केंद्र सरकार का किसानों को तोहफा : गन्ने की एफआरपी में 15 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी
नई दिल्ली, 4 अगस्त। केंद्र सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक और बड़ा फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में गुरुवार को आर्थिक मामलों की केंद्रीय कैबिनेट (CCEA) ने गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) में 15 रुपये बढ़ोतरी कर इसे 305 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है।
किसानों को अब 305 रुपये प्रति क्विंटल का गारंटी मूल्य
दरअसल, FRP वह कीमत होती है, जिसके नीचे किसानों को भुगतान नहीं किया जा सकता है। यानी इस हिसाब से अब किसानों को गन्ने पर 305 रुपये प्रति क्विंटल का गारंटी मूल्य मिलेगा। यह मूल्य चीनी सत्र 2022-23 (अक्तूबर-सितंबर) के लिए लागू किया गया है।
FRP में 10.25 फीसदी से अधिक की वसूली में प्रीमियम भी दिया जाएगा
उपभोक्ता मंत्रालय ने जानकारी दी है कि FRP में 10.25 फीसदी से अधिक की वसूली में प्रत्येक 0.1 फीसद की वृद्धि के लिए 3.05 रुपये प्रति क्विंटल का प्रीमियम भी दिया जाएगा, जबकि वसूली में प्रत्येक 0.1 फीसदी की कमी आने पर FRP 3.05 रुपये घटा दी जाएगी। इतना ही नहीं सरकार की तरफ से बताया गया है कि चीनी मिलों के मामले में वसूली दर 9.5 फीसदी से कम रहने पर कोई कटौती नहीं की जाएगी।
तो अब किसानों के खाते में आएंगे दोगुने पैसे!
मंत्रालय ने बताया कि चीनी सत्र 2022-23 में गन्ना उत्पादन पर प्रति क्विंटल 162 रुपये का खर्चा आने का अनुमान है, जबकि किसानों को प्रति क्विंटल 305 रुपये दिए जाएंगे, जो उनकी उत्पादन लागत से 88 फीसदी ज्यादा है। यानी इससे किसानों के खाते में एकदम से दोगुने पैसे आने लगेंगे। मौजूदा चीनी सत्र में गन्ने की कीमत 290 रुपये प्रति क्विंटल है। और अब FRP में बढ़ोतरी के साथ गन्ना किसानों की आमदनी बढ़कर लगभग दोगुनी हो जाएगी।
पिछले 8 वर्षों में 34 फीसदी बढ़ी FRP
केंद्र की मोदी सरकार किसानों की आय बढाने को लेकर कितनी सजग है, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि पिछले आठ वर्षों में गन्ने का गारंटी मूल्य 34 फीसदी बढ़ाया गया है। इस बीच आने वाले चीनी सत्र में मिलों की ओर से करीब 3,600 लाख टन गन्ने की खरीद होने की संभावना है। ऐसे में अगले सत्र में किसानों को करीब 1.20 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा। यानी किसानों की आय एक बार फिर बढ़ेगी।