मंकीपॉक्स के बढ़ते खतरे के बीच केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को जारी किए दिशानिर्देश
नई दिल्ली, 31 मई। दुनियाभर में मंकीपॉक्स के लगातार बढ़ रहे मामलों के विपरीत भारत में अब तक इससे अछूता है। फिलहाल इस गंभीर बीमारी के खतरे की आशंका के बीच मंगलवार को केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
नमूने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे भेजने का निर्देश
केंद्र द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा गया है कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम नेटवर्क के माध्यम से नमूने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे भेजे जाएंगे। इसके अलावा संक्रामक अवधि के दौरान किसी रोगी या उनकी दूषित सामग्री के साथ अंतिम संपर्क में आने के बाद 21 दिनों की अवधि के लिए दैनिक निगरानी की जानी चाहिए।
भारत में अब तक मंकीपॉक्स का एक भी मामला नहीं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके साथ ही कहा कि आज की तारीख में भारत में मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है। गत 20 मई को सरकार ने सभी अंतरराष्ट्रीय प्रवेश बिंदुओं – हवाईअड्डों, बंदरगाहों और भूमि सीमा क्रॉसिंग पर निगरानी का आदेश दिया था।
इसी क्रम में केंद्र ने नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) को यूरोप और अन्य जगहों पर सामने आने वाले ताजा स्वास्थ्य संकट पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा था।
मंकीपॉक्स के लिए परीक्षण किए गए सभी तीन नमूने नकारात्मक
केंद्र ने आगे की जांच के लिए एनआईवी, पुणे भेजे जाने वाले लक्षणों को दिखाते हुए अफ्रीका के यात्रियों के नमूने मांगे थे। हालांकि एक दिन पहले यह बताया गया था कि भारत में पिछले 10 दिनों में मंकीपॉक्स के लिए परीक्षण किए गए सभी तीन नमूने वायरल बीमारी के लिए नकारात्मक आए थे।