संभल हिंसा : पथराव का CCTV फुटेज आया सामने, 100 दंगाइयों की पहचान, उपद्रवियों से होगी वसूली
संभल, 27 नवम्बर। पश्चिम उत्तर प्रदेश के संभल जिले की शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर भड़की आग अब कुछ-कुछ शांत होने लगी है। लेकिन, इसे लेकर सियासत गरमाई हुई है। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं ने संभल दौरा करने की घोषणा कर दी है जबकि संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन संभल हिंसा सहित कई मुद्दे उठाने की विपक्ष की मांग पर इतना हंगामा बरपा कि दोनों सदनों की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
3 महिलाओं सहित 27 गिरफ्तार, 21 आरोपितों के चित्र जारी
इस बीच पुलिस प्रशासन ने तीन महिलाओं समेत 27 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। साथ ही 21 आरोपितों के चित्र भी जारी किए हैं। इसके अलावा उपद्रवियों की ओर से की गई पत्थरबाजी CCTV फुटेज भी सामने आया है।
कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि वीडियो और फोटो के आधार पर दंगाइयों को चिह्नित किया जा रहा है। अब तक 100 आरोपितों को चिह्नित किया जा चुका है। दूसरे जिलों के लोगों के भी इसमें शामिल होने की जानकारी मिल रही है। सभी दिशा में जांच चल रही है। हिंसा में संभल पुलिस ने जिन 27 आरोपितों को जेल भेजा है, उनमें दो महिलाएं – रुकैया, फरमाना व एक युवती नजराना भी शामिल हैं।
दंगा भड़काने वाले उपद्रवियों के लगेंगे पोस्टर
पुलिस प्रशासन ने संभल हिंसा और बवाल में जिन 100 उपद्रवियों की पहचान की है, अब इनके पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाने की तैयारी है। जल्द ही जगह-जगह इन दंगाइयों के पोस्टर लगा दिए जाएंगे।
मंत्री नितिन अग्रवाल ने X पोस्ट में स्पष्ट किया सरकार की रुख
इस बीच यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री नितिन अग्रवाल ने X पर पोस्ट किया है – ‘प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगाड़ने तथा माहौल खराब करने वालों के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। ये 2017 के पहले का उत्तर प्रदेश नहीं है। ये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुआई वाला नया उत्तर प्रदेश है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा सम्भल में जो माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई, दंगा भड़काया गया, उस पर योगी सरकार सख्त काररवाई करने जा रही है। पत्थरबाजी करने वाले, माहौल बिगाड़ने वाले, दंगा भड़काने वाले उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थान पर लगने वाले हैं। साथ ही सार्वजनिक सम्पत्ति को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई उपद्रवियों से कराई जाएगी।’
प्रदेश में क़ानून व्यवस्था बिगाड़ने तथा माहौल ख़राब करने वालों के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। ये 2017 के पहले का उत्तर प्रदेश नहीं है ये माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी अगुवाई वाला नया उत्तर प्रदेश है।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा सम्भल में जो माहौल…
— Nitin Agarwal (मोदी का परिवार) (@nitinagarwal_n) November 27, 2024
उपद्रवियों से होगी नुकसान की वसूली
संभल हिंसा मामले में ड्रोन कैमरे से ली गई फुटेज भी सामने आई है। इसके अनुसार जामा मस्जिद के पिछले हिस्से में स्थित हाफिजों वाली मस्जिद की सड़क से भीड़ इकट्ठा हुई थी। यहां पर पुलिस का कोई पहरा नहीं था। भीड़ धीरे-धीरे बढ़ती गई और सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए। भीड़ ने पहले निजी वाहनों में तोड़फोड़ शुरू की। इसके बाद भीड़ उग्र हो गई और आगजनी शुरू कर दी।
जामा मस्जिद और नखासा तिराहे पर जो वाहनों में आग लगाई गई या तोड़फोड़ की गई थी, उसका तकीनीकी मुआयना एआरटीओ डॉ. प्रवेश कुमार सरोज की ओर से किया गया है। इसकी रिपोर्ट बनने के बाद उपद्रवियों से वसूली की जाएगी। एसपी ने बताया कि एआरटीओ ने मुआयना कर लिया है। रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
स्कूल-कॉलेज खुले, इंटरनेट सेवा शाम तक हो सकती है बहाल
उल्लेखनीय है कि हिंसा और बवाल के बाद स्कूल-कॉलेज और इंटरनेट सेवा एहतियात के तौर पर बंद कर दिए गए थे। स्थितियां सामान्य होने पर मंगलवार को स्कूल-कॉलेज तो खोल दिए गए। लेकिन, इंटरनेट सेवा बंद ही रखा गया है। माना जा रहा है कि प्रशासन आज स्थिति का आकलन करने के बाद शाम को इंटरनेट सेवा फिर से बहाल करने पर फैसला ले सकता है।