नई दिल्ली, 30 अप्रैल। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद उपजी परिस्थितियों के मद्देनजर आज दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक हुई। सीसीएस बैठक के साथ-साथ पीएम आवास पर ही राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCPA) और आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) की बैठकें भी हुईं। इन बैठकों के बारे में कैबिनेट ब्रीफिंग में जानकारी दी जाएगी।
गत 23 अप्रैल को हुई थी CCS की पिछली बैठक
वस्तुतः पहलगाम घटना के मद्देनजर दूसरी CCS बैठक में सुरक्षा तैयारियों पर चर्चा की गई। CCS की पिछली बैठक 23 अप्रैल को हुई थी, जिसमें पहलगाम आतंकवादी हमले के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई थी। उक्त हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी और 17 अन्य घायल हुए थे।
सीसीएस ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़े शब्दों में की निंदा
इससे पहले, सीसीएस ने हमले की कड़े शब्दों में निंदा की, पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा व्यक्त की। सीसीएस को दी गई ब्रीफिंग में आतंकवादी हमले के सीमा पार संबंधों को उजागर किया गया। यह ध्यान दिया गया कि यह हमला केंद्र शासित प्रदेश में चुनावों के सफल आयोजन और आर्थिक विकास की दिशा में इसकी निरंतर प्रगति के मद्देनजर हुआ। इसके बाद सरकार ने सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए सिंधु जल संधि को स्थगित रखने सहित कई उपायों की घोषणा की।
इससे पहले मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना प्रमुखों – थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के.त्रिपाठी और एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने भाग लिया था। उक्त बैठक में पीएम मोदी ने आतंकवाद पर सख्ती के लिए सेना को खुली छूट देने की बात कही थी।
