कर्नाटक चुनाव : मल्लिकार्जुन खड़गे को जान से मारने की कथित धमकी देने वाले भाजपा नेता मणिकांत राठौर के खिलाफ केस दर्ज
जयपुर, 8 मई। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को कथित तौर पर परिवार सहित जान से मारने की धमकी देने के आरोप में राजस्थान पुलिस ने कर्नाटक चुनाव में लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी मणिकांत राठौर और स्थानीय भाजपा विधायक मदन दिलावर के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया है।
राजस्थान पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस के प्रदेश सचिव राम सिंह कासवान की शिकायत पर संजय सर्किल पुलिस थाने में दोनों आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। कोतवाली एसीपी नरेंद्र कुमार ने बताया कि कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को जान से मारने की दी गई कथित धमकी के संबंध में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से रामगंज मंडी के विधायक मदन दिलावर और भाजपा प्रत्याशी मणिकांत राठौड़ के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 506 (आपराधिक धमकी) और एससी/एसटी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मामले के जांच अधिकारी एसीपी नरेंद्र कुमार ने कहा, ‘आरोपितों में एक मदन दिलावर भाजपा के मौजूदा विधायक हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे प्रकरण की जांच सीबी-सीआईडी द्वारा की जाएगी।’ कांग्रेस नेता राम सिंह कासवान की ओर से दी गई शिकायत में कहा है कि आरोपितों द्वारा दी गई जान लेने की धमकी से यह सिद्ध है कि अपराध अब तक हुआ नहीं है, लेकिन अपराध की साजिश रचना भी उन्हें सजा देने के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने गत छह मई को कलबुर्गी जिले के चित्तपुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार मणिकांत राठौर का कथित रूप से एक ऑडियो मीडिया में साझा किया था, जिसमें उन्हें कन्नड़ में यह कहते हुए सुना गया था कि वह कांग्रेस प्रमुख “खड़गे, उनकी पत्नी और बच्चों” का कथिततौर पर सफाया कर देंगे।
कांग्रेस के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे की गई ‘जहरीले सांप’ वाली टिप्पणी के मद्देनजर भाजपा के राज्य महासचिव मदन दिलावर ने कहा था कि खड़गे 80 साल के हैं और कभी भी मर सकते हैं, फिर भी वह ‘भगवान से प्रार्थना करेंगे कि वह उन्हें कम से कम 200 साल दूर न ले जाएं।’
8वीं कक्षा तक पढ़े मणिकांत के खिलाफ दर्ज हैं 40 मामले
इस बीच चुनाव सुधार संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के अनुसार भाजपा प्रत्याशी मणिकांत राठौर के नाम 40 मामलों में पुलिस केस दर्ज है और उन्होंने 8वीं कक्षा तक पढ़ाई की है।
मणिपुर हिंसा में 60 लोगों की मौत पर बोले सीएम बीरेन सिंह – जिम्मेदारी तय करने के लिए करेंगे उच्चस्तरीय जांच
इंफाल, 8 मई। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में जातीय हिंसा में मरने वालों की संख्या 60 तक पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोमवार को कहा कि हिंसा भड़काने वाले व्यक्तियों/समूहों और सरकारी कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करने के लिए एक उच्चस्तरीय जांच की जाएगी। उन्होंने साथ ही लोगों से गलत सूचना और अफवाहें न फैलाने की अपील की।
एन. बीरेन सिंह ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा. ‘गत तीन मई की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में लगभग 60 निर्दोष लोगों की जान चली गई है। 231 लोगों को चोटें आईं और लगभग 1700 घर जल गए। हिंसा के दौरान अब तक 1,593 छात्रों सहित 35,655 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मैं लोगों से राज्य में शांति लाने की अपील करता हूं।’
सीएम ने कहा कि मणिपुर में विभिन्न स्थानों पर फंसे सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों और आश्रय शिविरों में सर्वोत्तम संभव देखभाल और सहायता प्रदान की जा रही है। अब तक, 20,000 फंसे हुए लोगों को निकाला गया है। लगभग 10,000 लोग फंसे हुए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय बलों की कई कम्पनियों को भेजा है।’
गौरतलब है कि पिछले बुधवार को चुराचांदपुर जिले में मेइती और आदिवासियों के बीच झड़प हुई थी। मणिपुर उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को एसटी दर्जे की मेइती समुदाय की मांग पर चार सप्ताह के भीतर केंद्र को एक सिफारिश भेजने का निर्देश दिया था। इसके बाद से ही आदिवासी समुदाय मेइती के लिए आरक्षण का विरोध कर रहे हैं।
ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर द्वारा आयोजित ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के दौरान मणिपुर में हिंसा भड़क उठी। यह मार्च 19 अप्रैल को मणिपुर उच्च न्यायालय के फैसले के जवाब में आयोजित किया गया था, जिसमें राज्य की मेइती आबादी को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी के तहत शामिल करने का आह्वान किया गया था।