भाजपा में शामिल हो सकते हैं कैप्टन अमरिंदर, दिल्ली में शाह और नड्डा से मुलाकात की संभावना
नई दिल्ली, 28 सितम्बर। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को कुछ ज्यादा ही राजनीतिक हलचल दिखी। एक तरफ लेफ्ट नेता कन्हैया कुमार व जिग्नेश मेवाणा के कांग्रेस में शामिल होने की तैयारियां चल रही थीं तो दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी खेमे में सुगबुगाहट शुरू हो गई कि पिछले दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
दरअसल, कैप्टन अमरिंदर सिंह मंगलवार की शाम को दिल्ली आ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि कैप्टन अमरिंदर की दिल्ली में शाम को गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हो सकती है। इसी क्रम में कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
पंजाब का सीएम पद छोड़ते वक्त अमरिंदर ने कहा था -विकल्प खुले हैं
गौरतलब है कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से लंबे समय तक विवाद के बाद अमरिंदर सिंह ने गत 18 सितम्बर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया है। यही नहीं वरन, चन्नी के मंत्रिमंडल में कैप्टन अमरिंदर के कई करीबियों की अनदेखी भी की गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बातचीत के बाद कैप्टन ने मुख्यमंत्री पद छोड़ा था और फिर यह भी कहा था कि उन्होंने खुद को अपमानित महसूस करने के कारण सीएम पद छोड़ने का फैसला लिया। भविष्य की राजनीतिक योजना के सवाल पर कैप्टन ने विकल्प खुले रहने की बात भी बात कही थी।
अनिल विज दे चुके हैं भाजपा में शामिल होने का न्योता
मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद भाजपा नेता और हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को राष्ट्रवादी नेता बताया था। साथ ही साथ उन्हें भाजपा में आने का न्योता भी दिया था। तब अनिल विज ने एक ट्वीट में लिखा था, ‘राष्ट्रवादी कैप्टन अमरिंदर सिंह उनके रास्ते में बाधा थे, इसलिए उन्हें राजनीतिक रूप से मार दिया गया। पंजाब में सभी राष्ट्रवादी ताकतों को कांग्रेस के गलत मंसूबों को नाकाम करने के लिए हाथ मिलाना चाहिए।’