यूपी : इटावा में सर्राफा कारोबारी ने पत्नी व तीन बच्चों को मार डाला, पुलिस से बोला – कोई पछतावा नहीं
इटावा, 12 नवम्बर। यूपी के वाराणसी में पिछले हफ्ते शराब कारोबारी, उसकी पत्नी व तीन बच्चों की हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा है कि इधर इटावा में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई, जब एक सर्राफा कारोबारी ने फंदे से गला कसकर पत्नी और तीन बच्चों को मार डाला। घटना का अहम तथ्य यह है कि पुलिस को खुद कारोबारी ने ही सूचना दी। पुलिस के अनुसार वह खुद भी ट्रेन से कटकर जान देने के लिए निकला था, लेकिन बच गया।
जानकारी मिलने पर आनन-फानन में एसएसपी संजय कुमार वर्मा, एसपी सिटी अभयनाथ त्रिपाठी, सीओ सिटी अमित कुमार सिंह, एसडीएम विक्रम राघव, कोतवाल विक्रम सिंह चौहान और फोरेंसिंक टीम कारोबारी के घर पहुंच गई। अंदर अलग-अलग कमरों में कारोबारी की पत्नी, दो बेटियां और एक बेटे की लाश पड़ी थी। सभी मृतकों के गले पर निशान मिले।
मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के लालपुरा तिराहे का है, जहां पर सर्राफा कारोबारी मुकेश वर्मा (50) परिवार समेत रहता है। पुलिस के अनुसार सोमवार की शाम को कारोबारी ने 112 नंबर पर सूचना दी कि उसकी पत्नी रेखा वर्मा (45) और तीन बच्चों – भव्या (18), काव्या (16) और अभिष्ट (14) ने आत्महत्या कर ली है। वह खुद भी जान देने के लिए जा रहा है। इसके बाद उसने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया।
रेलवे स्टेशन के पास से आरोपित को गिरफ्तार किया गया
हालांकि कुछ देर बाद ही रेलवे स्टेशन के पास से मुकेश को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने पुलिस के सामने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि उसने पत्नी और तीनों बच्चों के गले में फंदा कसकर मार डाला। उसने साथ ही यह भी कहा कि उसे इस कृत्य पर कोई पछतावा नहीं है।
पारिवारिक कलह से परेशान होकर वारदात को दिया अंजाम
मीडिया के सामने भी उसने अपना जुर्म स्वीकार किया। उसने बताया कि वह पिछले आठ वर्षों से पारिवारिक कलह से परेशान चल रहा था। दो वर्षों से वह कुछ ज्यादा ही तनाव में रहने लगा था। इसी वजह से उसने वारदात को अंजाम दिया।
मुकेश की हुई थी दो शादी
मुकेश दिल्ली में सोना खरीदने का काम करता है। वह 8 से 10 दिन में ही घर पर आता-जाता था। रेखा उसकी दूसरी पत्नी थी। पहली पत्नी की शादी के दो वर्ष बाद 2005 में कैंसर से मौत हो गई थी। भव्या पहली पत्नी की बेटी थी जबकि काव्या और अभिष्ट दूसरी पत्नी के बच्चे थे। भव्या दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रही थी। वह दिवाली पर घर आई थी। छोटी बेटी काव्या 12वीं क्लास में पढ़ती थी।
पारिवारिक विवाद में की हत्या
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि चार लोगों की मौत हुई है। इसमें महिला और तीन बच्चे हैं। मुकेश वर्मा ने पुलिस को बताया कि उसी ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों की जहर देकर हत्या की। वह भी आत्महत्या करने जा रहा था, कोशिश भी की, लेकिन कामयाब नहीं हो पाया। रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ ने उसे पकड़ा। एसएसपी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नींद की गोली देकर गला घोटने की पुष्टि हुई है। आरोपित के खिलाफ हत्या से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए कानूनी काररवाई की जा रही है।
सोशल मीडिया पर लगाया स्टेटस..सब खत्म
रेखा के भाई सत्येंद्र सोनी के अनुसार उसकी भांजी काव्या ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर स्टेटस लगाया था लिखा था..सब खत्म। स्टेटस में रेखा और बच्चों की तस्वीरें लगी थीं। यह देखकर परिवार के लोग परेशान हो गए। सभी को फोन करने की कोशिश की गई, लेकिन किसी का नंबर नहीं लग रहा था। परिवार में कोई विवाद नहीं था। ये हत्या भी हो सकती है। इसकी सही तरीके से जांच होनी चाहिए।
सत्येंद्र सोनी ने पुलिस को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा कि उसकी बहन और तीन बच्चों की बेरहमी से हत्या करने के बाद मुकेश नाटक करते हुए रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया था और वह पटरी के नीचे लेटा हुआ था। मुकेश के द्वारा पुलिस को गुमराह करने के लिए इस तरीके का प्लान बनाया गया था।