तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी पर भड़के भाजपा कार्यकर्ता, दिल्ली में ‘आप’ दफ्तर के बाहर जबर्दस्त प्रदर्शन
नई दिल्ली, 6 मई। भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी के मामले में भाजपा कार्यकर्ता शुक्रवार को काफी आक्रोशित दिखे और उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी स्थित आम आदमी पार्टी (आप) कार्यालय के सामने जबर्दस्त प्रदर्शन किया।
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता हिरासत में
भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की और ‘आप’ कार्यालय के बाहर पुलिस बैरिकेडिंग का भी उल्लंघन किया। दिल्ली पुलिस ने जवाबी काररवाई करते हुए भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता को हिरासत में ले लिया।
उधर पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने तेजिंदर बग्गा की गिरफ्तारी को लेकर हुए घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी मांगी है और अब इस मामले में शनिवार को सुनवाई होगी। वहीं पंजाब के एजी ने कहा कि इस पूरे मामले में सर्च वारंट पहले ही दे दिए गए थे। फिर भी पंजाब पुलिस को हरियाणा पुलिस ने रोका।
कई घंटे तक उलझी रही तीन राज्यों की पुलिस
पूरे घटनाक्रम का दिलचस्प पहलू यह रहा कि बग्गा की गिरफ्तारी के बाद तीन राज्यों यानी दिल्ली, पंजाब और हरियाणा की पुलिस कई घंटे तक उलझी रही। पंजाब पुलिस की एक टीम ने सुबह बग्गा को वेस्ट दिल्ली स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया। कुछ देर बाद दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस की टीम के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर लिया। उधर बग्गा को लेकर पंजाब जा रही पुलिस टीम के काफिले को कुरुक्षेत्र के थानेसर में हरियाणा पुलिस ने रोक लिया। वहां दिल्ली पुलिस की टीम पहुंच गई और हरियाणा पुलिस ने बग्गा को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया।
केजरीवाल के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट से बग्गा मुसीबत में फंसे
दरअसल बग्गा एक आपत्तिजनक ट्वीट के चलते मुसीबत में फंसे, जो उन्होंने ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी के खिलाफ किया था। फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग पर केजरीवाल ने उसे यूट्यूब पर अपलोड करने की बात कहकर उसका मजाक उड़ाया था। इसके बाद बग्गा ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और एक ट्वीट में आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया था।
तेजिंदर के पिता प्रीत पाल ने जनकपुरी थाने में दर्ज कराई एफआईआर
इस बीच तेजिंदर बग्गा के पिता प्रीत पाल सिंह बग्गा की शिकायत पर जनकपुरी थाने में धारा 452, 365, 342, 392, 295 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसमें उनके बेटे की गिरफ्तारी से पहले की घटनाओं पर तत्काल काररवाई की मांग की गई थी।
प्राथमिकी में कहा गया है कि युवकों का एक समूह हथियार लेकर उनके घर में घुस आया। युवकों ने तजिंदर बग्गा का ठिकाना पूछा और जब प्रीत पाल ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने थप्पड़ मार दिया। इसके बाद उन्होंने बग्गा और उसके परिवार की पिटाई कर दी। प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि तेजिंदर बग्गा ने युवकों से आग्रह किया कि वे उसे ले जाने से पहले पगड़ी पहनने दें, लेकिन वे बग्गा को उसी हालत में ले गए।