
यूपी उपचुनाव में खिला कमल : भाजपा ने सपा से दोनों सीटें छीनीं, आजमगढ़ से निरहुआ और रामपुर से लोधी जीते
लखनऊ, 26 जून। उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने परचम लहरा दिया और उसके उम्मीदवारों ने समाजवादी (सपा) से दोनों सीटें छीन लीं। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र व मौजूदा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का गढ़ माने जाने वाले आजमगढ़ से जहां दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने जीत हासिल की वहीं मो. आजम खान का किला यानी रामपुर में भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी विजयी रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों सीटों पर जीत के लिए स्थानीय जनता के प्रति आभार जताया है।
डबल इंजन की भाजपा सरकार की आजमगढ़ व रामपुर में डबल जीत प्रदेश की राजनीति में 2024 के चुनाव के लिए दूरगामी संदेश दे रही है।
श्री घनश्याम सिंह लोधी जी एवं श्री दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' जी को बधाई!
प्रदेश की जनता-जनार्दन का इस संदेश के लिए आभार एवं भाजपा कार्यकर्ताओं का अभिनंदन!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 26, 2022
आजमगढ़ में दिनेश लाल ने धर्मेंद्र यादव को 8,679 मतों से मात दी
आजमगढ़ संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी व सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को 8,679 मतों से हराया। निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार कुल पड़े 9,09,407 मतों में निरहुआ को जहां 3,12,768 वोट मिले वहीं धर्मेंद्र यादव को 3,04,089 वोट हासिल हुए। मतगणना के शुरुआती चक्रों में धर्मेंद्र और निरहुआ एक-दूसरे को पीछे छोड़ते रहे। लेकिन दोपहर में निरहुआ ने बढ़त ली तो फिर वह जीत में तब्दील हो गई। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली 2,66,210 मत हासिल किए।
आजमगढ़ लोकसभा सीट का परिणाम देखने के लिए यहां क्लिक करें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे ऐतिहासिक जीत बताते हुए एक ट्वीट साझा किया है। उन्होंने आजमगढ़ के लोगों का आभार जताते हुए लिखा, “आजमगढ़ सदर लोक सभा सीट पर उप चुनाव में मिली ऐतिहासिक विजय आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ‘डबल इंजन की भाजपा सरकार’ की लोक-कल्याणकारी नीतियों का सुफल है। भाजपा के सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं को यह जीत समर्पित है। आभार आजमगढ़ वासियो!”
आजमगढ़ सदर लोक सभा सीट पर उप चुनाव में मिली ऐतिहासिक विजय आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में 'डबल इंजन की भाजपा सरकार' की लोक-कल्याणकारी नीतियों का सुफल है।
भाजपा के सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं को यह जीत समर्पित है।
आभार आजमगढ़ वासियो!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 26, 2022
निरहुआ बोले – यह आजमगढ़ की जनता की जीत
इस बीच तस्वीर साफ होने के तुरंत बाद निरहुआ ने ट्वीट कर कहा कि यह आजमगढ़ की जनता की जीत है। वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए जा रहे हैं और आजमगढ़ की अच्छी सेवा करेंगे।
जनता की जीत!
आजमगढ़वासियों आपने कमाल कर दिया है। यह आपकी जीत है। उपचुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही जिस तरीके से आप सबने भाजपा को प्यार, समर्थन और आशीर्वाद दिया, यह उसकी जीत है। यह जीत आपके भरोसे और देवतुल्य कार्यकर्ताओं की मेहनत को समर्पित है। pic.twitter.com/mZ6YWzxFv5— Nirahua Hindustani (@nirahua1) June 26, 2022
आजमगढ़ सीट पर उपचुनाव समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के इस्तीफे के कारण हुआ था, जो इस वर्ष की शुरुआत में हुए चुनाव में विधानसभा के लिए चुने गए थे।
रामपुर में घनश्याम लोधी ने आसिम रजा को 42,192 वोटों से मात दी
उधर मो. आजम खान के गढ़ रामपुर में भाजपा प्रत्याशी घनश्याम सिंह लोधी ने सपा उम्मीदवार मो. आसिम रजा के खिलाफ 42,192 मतों से शिकस्त दी। निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार कुल पड़े 7,07,024 मतों में लोधी ने 3,67,397 मत हासिल किए जबकि आसिम रजा को 3,25,205 मत मिले।
रामपुर लोकसभा सीट का परिणाम देखने के लिए यहां क्लिक करें
शुरुआती कई चक्रों की मतगणना तक आसिम रजा ने बढ़त हासिल कर रखी थी। लेकिन हाल ही ही में भाजपा में शामिल हुए लोधी ने न सिर्फ आसिम की लीड काटी वरन खुद मजबूत बढ़त बनाकर जीत की ओर कदम बढ़ा दिए। इस सीट पर बसपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था।
सीएम योगी ने लोधी की जीत पर रामपुर की जनता का आभार प्रकट किया और एक ट्वीट में कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के यशस्वी नेतृत्व में जन-कल्याणकारी नीतियों पर डबल इंजन की भाजपा सरकार के प्रति आमजन के विश्वास की मुहर है।
यह विजय भाजपा के यशस्वी नेतृत्व तथा समर्पित कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम व डबल इंजन की भाजपा सरकार द्वारा स्थापित सुशासन का सुफल है।
रामपुर की जनता का हृदय की गहराइयों से आभार!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 26, 2022
रामपुर को मो. आजम खान का गढ़ इसलिए माना जाता है कि वह यहां से 10वीं बार जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी वह विजयी रहे थे। लेकिन इस वर्ष विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने लोकसभा सीट छोड़ दी, जिसके कारण यहां उपचुनाव कराया गया। आजमगढ़ व रामपुर में गत 23 जून को वोटिंग हुई थी।