भाजपा सांसद नरेश बंसल ने संविधान से देश के नाम ‘इंडिया’ को हटाने की मांग की, औपनिवेशिक गुलामी का प्रतीक बताया
नई दिल्ली, 28 जुलाई। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एकजुट 26 विपक्षी दलों ने जब से अपने गठबंधन का नाम ‘I.N.D.I.A’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) रखा है, तबसे इस नाम को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है। इसी क्रम में भाजपा सांसद नरेश बंसल ने संविधान से देश के नाम ‘इंडिया’ को हटाने की ही मांग कर दी। उन्होंने कहा कि यह नाम ब्रिटिश गुलामी का प्रतीक है, जिसे खारिज किया जाना चाहिए क्योंकि देश का असली नाम ‘भारत’ है और संविधान में संशोधन करके इसे ही बरकरार रखा जाना चाहिए।
उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद बंसल ने राज्यसभा में कहा, “क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता सेनानियों की शहादत और मेहनत के बाद जब देश आजाद हुआ तो 1950 में संविधान का निर्माण किया गया। संविधान में लिखा गया कि India That Is Bharat (इंडिया जो कि भारत है)। देश का नाम पुराने समय से भारत रहा है और इसे इसी नाम से पुकारा जाना चाहिए। आजादी के अमृतकाल में औपनिवेशिक विरासत को हटाया जाए।”
गौरतलब है कि भारत और इंडिया को लेकर ये बहस विपक्ष के गठबंधन के नामकरण के बाद शुरू हुई है। पिछले दिनों बेंगलुरु में विपक्षी दलों ने अपनी दूसरी बैठक में ‘I.N.D.I.A’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) नाम से गठबंधन बना कर पीएम मोदी को चुनौती देने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही भाजपा नेता हमलावर हैं।
विपक्षी दलों के बनाए संयुक्त गठबंधन ‘I-N-D-I-A’ को लेकर पीएम मोदी ने कहा था कि इंडियन नेशनल कांग्रेस अंग्रेजों ने बनाया था। ईस्ट इंडिया कम्पनी भी अंग्रेजों ने बनाया था। आज कल लोग इंडियन मुजाहिद्दीन भी नाम रखते हैं, इंडियन पीपुल्स फ्रंट भी नाम रखते हैं। वहीं दूसरी करफ विपक्ष का कहना है कि ‘I-N-D-I-A’ इस देश की आम जनता का प्रतिनिधत्व करता है, इसलिए भाजपा बौखलाई हुई है और उसके नेता अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं।