लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा-जद (एस) गठबंधन पर लगी मुहर, अमित शाह 4 सीटें देने पर सहमत
नई दिल्ली, 8 सितम्बर। भारतीय जनता पार्टी और जद (एस) ने कर्नाटक में आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने गठबंधन पर मुहर लगा दी है, भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। येदियुरप्पा ने कहा कि समझौता चार सीटों के लिए हुआ है और अमित शाह जद (एस) को चार लोकसभा सीटें देने पर सहमत हुए हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री व जद (एस) सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा ने हाल ही में भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और बैठक में संकेत दिया गया था कि भाजपा और जद (एस) गठबंधन में शामिल होंगे, केवल विवरण लंबित हैं।
उल्लेखनीय है कि जद (एस) ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था और एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाकर सरकार बनाई थी। हालांकि सत्ता में आने के एक साल बाद 2019 में विश्वास मत हारने के बाद सरकार को बाहर कर दिया गया था।
कोलार, हासन, मांड्या और बेंगलुरु ग्रामीण सीटों पर बनी सहमति
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जद (एस) मांड्या, हासन, तुमकुरु, चिकबल्लापुर और बेंगलुरु ग्रामीण से चुनाव लड़ना चाहती थी। भाजपा चार सीटों – कोलार, हासन, मांड्या और बेंगलुरु ग्रामीण पर राजी हो गई। यह कदम देवेगौड़ा के इस दावे के कुछ दिनों बाद आया है कि उनकी पार्टी न तो इंडिया (भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन) और न ही एनडीए के साथ है। देवेगौड़ा ने कहा था कि जद (एस) लोकसभा चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ेगी।
विपक्षी गठबंधन के उपेक्षात्मक रवैये के बाद जद (एस) ने बदला पाला
एक समय कांग्रेस की सहयोगी रही जद (एस) को बेंगलुरु में आयोजित विपक्षी गठबंधन की बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया था। देवेगौड़ा ने विपक्षी गठबंधन की दूसरी बैठक में कहा, ‘कुछ (कर्नाटक) कांग्रेस नेता मुझे नहीं चाहते थे…बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मेरे अच्छे दोस्त हैं, (लेकिन) चूंकि कांग्रेस मुझे नहीं चाहती…इसलिए मैंने छोड़ दिया।’
इस बीच संभावित गठबंधन पर पार्टी पदाधिकारियों की राय लेने के लिए बुधवार को देवेगौड़ा के आवास पर एक बैठक हुई। ज्यादातर नेताओं ने भाजपा के साथ गठबंधन के पक्ष में अपनी राय दी है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जद (एस) ने हसन जीता, जहां देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना ने चुनाव लड़ा था।