
नई दिल्ली, 21मार्च। भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) जल्द ही वार्षिक मानकीकरण कार्यक्रम (APS) 2025-26 लॉन्च करने जा रही है। इस कार्यक्रम के तहत नए मानक तैयार किए जाएंगे और पुराने मानकों को अपडेट किया जाएगा, ताकि विभिन्न उद्योगों में गुणवत्ता बेहतर हो सके। बीआईएस, भारत का एक राष्ट्रीय मानक संस्थान है, जिसका लक्ष्य 23,000 से अधिक मानकों को बड़े पैमाने पर अपनाना है। इससे वैश्विक स्तर की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
बीआईएस ने इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म शुरू किया है, जहां उद्योग विशेषज्ञ और सरकारी प्रतिनिधि प्रस्ताव भेज सकते हैं और उनकी स्थिति देख सकते हैं। हाल ही में बीआईएस के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने मंत्रालयों और उद्योग संघों से नए मानकों के विकास में सक्रिय भागीदारी की अपील की।
उन्होंने कहा कि APS 2025-26 के जरिए जरूरत के अनुसार मानकीकरण किया जाएगा, जिसमें महत्वपूर्ण क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसका उद्देश्य व्यापक स्तर पर मानकों को अपनाना और उन्हें सुचारू रूप से लागू करना है।
इस कार्यक्रम को तैयार करने के लिए बीआईएस ने अगस्त 2024 से जनवरी 2025 के बीच कई बैठकें कीं, ताकि उद्योगों की जरूरतें समझी जा सकें। इसके अलावा, बीआईएस ई-कॉमर्स कंपनियों पर छापेमारी कर रहा है, ताकि मानकों का पालन सुनिश्चित किया जा सके। इस महीने कई कंपनियों के ऐसे उत्पाद जब्त किए गए,जो बीआईएस मानकों पर खरे नहीं उतरे।
गौरतलब है है कि बीआईएस अधिनियम, 2016 की धारा 17 के तहत, मानकों का उल्लंघन करने वाली कंपनियों पर कम से कम ₹2 लाख का जुर्माना लगाया जा सकता है, जो खराब उत्पाद की कीमत के दस गुना तक हो सकता है। वहीं गंभीर मामलों में दो साल की जेल भी हो सकती है। एपीएस 2025-26 से देश में उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार,उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ाने और भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद मिलेगी।