किसानों को बड़ी राहत : 2026 सीजन के लिए खोपरा की MSP में 445 रुपये तक की बढ़ोतरी
नई दिल्ली, 12 दिसम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) की बैठक में 2026 सीजन के लिए खोपरा (Coconut Copra) के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को मंजूरी दे दी गई है। यह निर्णय किसानों को लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने और नारियल उत्पादन को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मंत्रिमंडल ने 2026 सीज़न के लिए कोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को स्वीकृत दी
◾️मिलिंग कोपरा (Fair Average Quality) का एमएसपी 2026 सीज़न के लिए ₹12,027 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है
◾️बॉल कोपरा का एमएसपी 2026 सीज़न के लिए ₹12,500 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है… pic.twitter.com/Eh9QRHrg0n
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) December 12, 2025
किसानों को लाभकारी कीमतें देने हेतु, सरकार ने 2018-19 के केंद्रीय बजट में घोषणा की थी कि सभी अनिवार्य फसलों का एमएसपी पूरे भारत में उत्पादन की औसत लागत के कम से कम 1.5 गुना स्तर पर तय किया जाएगा। वर्ष 2026 सीजन के लिए मिलिंग खोपरा के उचित औसत गुणवत्ता (फेयर एवरेज क्वालिटी) का एमएसपी 12,027 रुपये प्रति क्विंटल और बॉल खोपरा का एमएसपी 12,500 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
वर्ष 2026 सीजन के लिए एमएसपी पिछले सीजन की तुलना में मिलिंग खोपरा के लिए 445 रुपये प्रति क्विंटल और बॉल खोपरा के लिए 400 रुपये प्रति क्विंटल अधिक है। सरकार ने विपणन सीजन 2014 के लिए मिलिंग खोपरा और बॉल खोपरा का एमएसपी क्रमशः 5,250 रुपये प्रति क्विंटल और 5,500 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर विपणन सीजन 2026 के लिए क्रमशः 12,027 रुपये प्रति क्विंटल और 12,500 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, जिसमें क्रमशः 129 प्रतिशत और 127 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
ये होंगे लाभ👇
🔹उच्च एमएसपी के माध्यम से नारियल उत्पादकों को बेहतर और अधिक लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करना।
🔹किसानों को कोपरा उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना, ताकि घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नारियल उत्पादों की बढ़ती मांग की पूर्ति की जा सके।👇#CabinetDecisions pic.twitter.com/1bbdCNFyJ9
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) December 12, 2025
अपेक्षाकृत अधिक एमएसपी न सिर्फ नारियल उगाने वालों को बेहतर मुनाफा दिलाएगा, बल्कि किसानों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नारियल के उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए खोपरा का उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित भी करेगा।
नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (नाफेड) और नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन (एनसीसीएफ) मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत खोपरा की खरीद के लिए केन्द्रीय नोडल एजेंसियों (सीएनए) के तौर पर काम करते रहेंगे।
