
जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ बड़ा प्रहार, घुसपैठ मामले में NIA की 12 स्थानों पर छापेमारी
जम्मू, 19 मार्च। जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकवादियों की घुसपैठ के मामले में सरकार ने सख्त कदम उठाया है। इस क्रम में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू के भटिंडी में आज सुबह 12 स्थानों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के आतंकवादियों के अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के रास्ते भारत में घुसपैठ करने की सूचना के आधार पर पिछले वर्ष मामला दर्ज किया गया था। घुसपैठ कराने में जम्मू क्षेत्र के गांवों में मौजूद आतंकवादियों के मददगारों ने मदद की।
उल्लेनीय है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ मामले में एनआईए छापेमारी करती रही है। इससे पहले 13 दिसम्बर 2024 को एनआईए ने छापेमारी की थी, जिसमें जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों समेत कुल 19 स्थानों पर रेड डाली गई। इस दौरान जम्मू-कश्मीर के रियासी, बड़गाम, अनंतनाग और बारामुला जिलों में छापेमारी की गई थी।
एनआईए ने 21 नवम्बर, 2024 को भी जम्मू के कई इलाकों में छापेमारी की थी। एनआईए की इस छापेमारी का मकसद पाकिस्तानी आतंकियों के भारत में घुसने के प्रयासों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना था। एनआईए ने पुलिस और अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ की मदद से कई स्थानों पर छापेमारी की थी।
वहीं, पांच अक्टूबर को पांच राज्यों के 22 ठिकानों पर आतंकी साजिश और टेरर फंडिंग के शक में एक साथ छापेमारी की थी। एनआईए की ओर से यह छापेमारी महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, असम और दिल्ली में की गई थी। काररवाई आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े मामलों को लेकर की गई थी। एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में बारामूला और अन्य क्षेत्रों में भी छापेमारी की थी। बारामूला में मौलवी इकबाल भट के घर पर एनआईए ने सुरक्षा बलों की मदद से तलाशी ली थी।
एनआईए की इस काररवाई से पहले एक अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के कई जिलों में छापेमारी की गई थी। तब एनआईए की टीम ने दक्षिण 24 परगना, आसनसोल, हावड़ा, नदिया और कोलकाता में 11 जगहों पर छापेमारी की थी।