कैबिनेट विस्तार से पहले डॉ. हर्षवर्धन व निशंक समेत दर्जनभर मंत्रियों का इस्तीफा, 43 नेता लेंगे मंत्री पद की शपथ
नई दिल्ली, 7 जुलाई। मोदी सरकार-2 के पहले कैबिनेट विस्तार में 43 मंत्रियों को शामिल किए जाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। इसके पूर्व बुधवार को दिन में ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन व मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सहित दर्जनभर मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है।
मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले मंत्रियों में निशंक व डॉ. हर्षवर्धन के अलावा महिला बाल विकास मंत्री देबोश्री चौधरी, उर्वरक और रसायन मंत्री सदानंद गौड़ा, श्रम राज्य मंत्री संतोष गंगवार, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, बाबुल सुप्रियो, राव साहेब दानवे, प्रताप सारंगी और रतन लाल कटारिया शामिल हैं। केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत ने मंगलवार को ही इस्तीफा दे दिया था। उन्हें कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश से चार चेहरों को मिल सकती है जगह
पीएम मोदी के कैबिनेट विस्तार में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश के चार चेहरे शामिल किए जा सकते हैं। इनमें से दो को कैबिनेट और दो को राज्य मंत्री का पद दिया जा सकता है। अब तक यूपी से जिन नामों की चर्चा हो रही है, उनमें अनुप्रिया पटेल और कौशांबी से सांसद विनोद सोनकर का नाम लगभग फाइनल हो चुका है। वहीं खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्र और राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा के नामों की भी चर्चा है।
नई टीम में युवाओं को दी जाएगी वरीयता
राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक मंत्रिमंडल में बदलाव के बाद यह मोदी की सबसे युवा और प्रतिभाशाली टीम होगी। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नेताओं में 12 अनुसूचित जाति, आठ आदिवासी और 27 पिछड़े वर्ग से हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल के संभावित चेहरों में 13 इंजीनियर व पांच डॉक्टरों को मौका मिलेगा। इसके साथ ही नई टीम में 11 महिलाओं को मौका मिल सकता है। कैबिनेट में चार पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
शपथ लेने वाले संभावित चेहरों में ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनोवाल, अजय भट्ट, कपिल पाटिल, शांतनु ठाकुर, पशुपति पारस पासवान, नारायण राणे, मीनाक्षी लेखी, शोभा करांडलजे, अनुप्रिया पटेल, हिना गावित, अजय मिश्र, सुनीता दुग्गल, भागवत कराड, भारती पवार, भानु प्रताप वर्मा, मनोज तिवारी और आरसीपी सिंह शामिल हैं।
अनुराग व किशन रेड्डी सहित कुछ मंत्रियों का बढ़ेगा कद
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार के मंत्रिमंडल विस्तार में अनुराग ठाकुर और जी. किशन रेड्डी सहित कुछ मंत्रियों का कद बढ़ाया ज सकता है। इन दोनों के अलावा मनसुख लक्ष्मणभाई मंडाविया, हरदीप सिंह पुरी व किरेन रिजिजू कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है।
डॉ. हर्षवर्धन को हटाये जाने का निर्णय अप्रत्याशित
इसके विपरीत मोदी कैबिनेट से जिन मंत्रियों का इस्तीफा लिया गया है, उसमें सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का है। उन्हें दो बार स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई, लेकिन दोनों बार वापस ले ली गई।
पोखरियाल के बारे में बताया जा रहा है कि स्वास्थ्यगत कारणों के चलते उन्हें मंत्री पद से हटाया गया है। वह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। वहीं सदानंद गौड़ा को कर्नाटक में चल ही सियासी उठापटक का खामियाजा भुगतना पड़ा है।
इसी तरह पश्चिम बंगाल के आसनसोल से लोकसभा सांसद बाबुल सुप्रियो, जो पर्यावरण राज्य मंत्री की जिम्मेदारी निभा रहे थे, पिछले कुछ सालों से काफी सक्रिय और मुखर रहे हैं। हालांकि 2021 के विधानसभा चुनाव में उन्हें टालीगंज सीट से हार का सामना करना पड़ा था।
कांग्रेस का आरोप – चुनाव को ध्यान में रखकर हो रहा कैबिनेट विस्तार
इस बीच कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कहा कि ये सारी चीजें पीएम मोदी चुनाव को ध्यान में रखकर कर रहे हैं। यह भी देखना है कि दलितों, शोषित वर्गों, अस्पृश्यों और दबे कुचले लोगों को वह कौन से अच्छे पोर्टफोलियो देने वाले हैं। कई बार लोगों को दिखाने के लिए वह ऐसी चीजें करते हैं। यह काम वह दो वर्ष पहले भी कर सकते थे।