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BCCI ने शुरू की टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना, कम से कम 7 टेस्ट खेलने पर प्रति टेस्ट 45 लाख रुपये मिलेंगे

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नई दिल्ली, 9 मार्च। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह ने टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देने की क्रिकेट विशेषज्ञों की वकालत का अनुकरण करते हुए उन खिलाड़ियों के लिए मौजूदा मैच फीस 15 लाख रुपये से बढ़ाकर 45 लाख रुपये करने की घोषणा की है, जो प्रत्येक सत्र में कम से कम सात टेस्ट मैच खेलते हैं।

बोर्ड की नई प्रोत्साहन योजना के तहत एक टेस्ट खिलाड़ी जो एक सत्र में लगभग 10 टेस्ट मैच में हिस्सा लेता है, उसे 4.50 करोड़ रुपये की मोटी धनराशि मिलेगी। यह राशि ‘रिटेनर फीस’ के इतर होगी, जो खिलाड़ी को सालाना केंद्रीय अनुबंध के अंतर्गत मिलती है।

यह प्रोत्साहन पूर्वप्रभावी होगा, जिसका असर 2022-23 सत्र के दौरान टेस्ट क्रिकेट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों पर भी होगा। यह फैसला ईशान किशन, श्रेयस अय्यर और दीपक चाहर सहित कुछ ऐसे खिलाड़ियों के लाल गेंद की क्रिकेट को प्राथमिकता देने के के बोर्ड के आदेश की अनदेखी के बाद लिया गया। ये खिलाड़ी रणजी ट्राफी क्रिकेट खेलने की बजाय अपनी इंडियन प्रीमियर लीग टीम के लिए ट्रेनिंग में जुटे थे। इस समय एक भारतीय टेस्ट क्रिकेटर को अंतिम एकादश में चुने जाने के लिए 15 लाख रुपये की राशि मिलती है जबकि रिजर्व खिलाड़ियों को साढ़े सात लाख रुपये मिलते हैं।

शाह ने ‘एक्स’ पर लिखा, “मुझे सीनियर पुरुष टीम के लिए ‘टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना’ की शुरूआत करने की घोषणा करके खुशी हो रही है क्योंकि यह कदम हमारे खिलाड़ियों को वित्तीय विकास और स्थिरता मुहैया कराने के उद्देश्य से उठाया गया है। 2022-23 सत्र से ‘टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना’ टेस्ट मैच के लिए मौजूदा 15 लाख रुपये की मैच फीस के लिए अतिरिक्त पुरस्कार के तौर पर काम करेगी।’’

इस तरह काम करेगी टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना

प्रत्येक सत्र में कम से कम नौ टेस्ट मैच हो सकते हैं तो यदि एक खिलाड़ी इनमें से चार टेस्ट खेलता है तो उसे प्रत्येक मैच के लिए 15 लाख रुपये की मौजूदा राशि मिलेगी जबकि रिजर्व खिलाड़ियों को इसका आधा मिलेगा। लेकिन यदि वह कम से कम पांच से छह मैच खेलता है तो शुरूआती 11 में शामिल खिलाड़ी की मैच फीस दोगुनी 30 लाख रुपये तक पहुंच जाएगी, जिसमें रिजर्व खिलाड़ियों को प्रत्येक मैच 15 लाख रुपये मिलेंगे।

जैसे ही एक खिलाड़ी एक सत्र में सात या इससे ज्यादा मैच के लिए शुरूआती एकादश में होता है तो उसे प्रत्येक मैच के लिए 45 लाख रुपये की राशि मिलेगी और रिजर्व खिलाड़ियों को 22.5 लाख रुपये मिलेंगे, जो अंतिम एकादश में खेलने वाले क्रिकेटर की मौजूदा मैच फीस (15 लाख रुपये) से ज्यादा राशि होगी।