बांग्लादेश ने पूर्व पीएम शेख हसीना की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल से मांगी मदद, ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी करने का आग्रह
ढाका, 20 अप्रैल। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ती प्रतीत हो रही हैं क्योंकि देश की मौजूदा अंतरिम सरकार ने उनकी गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल से मदद मांगी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बांग्लादेश पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ ‘रेड नोटिस’ जारी करने के लिए इंटरपोल से अनुरोध किया है, जो पिछले वर्ष अगस्त में भड़के जनि विद्रोह के बीच पद से हटने के बाद भारत में रह रही हैं।
हसीना के खिलाफ यूनुस सरकार को उखाड़ फेंकने की साजिश रचने का आरोप
मीडिया की खबरों के अनुसार इंटरपोल से यह अनुरोध बांग्लादेश पुलिस के राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा प्रस्तुत किया गया है। हसीना के खिलाफ यह ताजा मामला मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार को उखाड़ फेंकने की साजिश रचने के आरोपों के बीच सामने आया है।
पूर्व पीएम के खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज
बांग्लादेश पुलिस ने हाल ही में हसीना और 70 से अधिक अन्य लोगों पर देश में गृहयुद्ध भड़काने और यूनुस सरकार को उखाड़ फेंकने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। हसीना के खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जिन पर भ्रष्टाचार और सामूहिक हत्या के गंभीर आरोप हैं। उनकी पार्टी अवामी लीग के कई नेताओं को उनके निष्कासन के बाद गिरफ्तार किया गया जबकि कई अन्य गिरफ्तारी से बचने के लिए विदेश भाग गए।
पुलिस मुख्यालय के एक पुलिस अधिकारी ने इस घटनाक्रम की पुष्टि की और कहा कि एनसीबी शाखा अदालतों, सरकारी अभियोजकों या जांच एजेंसियों से अपील प्राप्त करने के बाद इंटरपोल से इस तरह के अनुरोध करती है। अधिकारी ने कहा, ‘ये आवेदन जांच के दौरान या चल रही केस कार्यवाही के माध्यम से सामने आने वाले आरोपों के संबंध में दायर किए जाते हैं।’
हसीना सहित 12 लोगों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का आग्रह
उन्होंने कहा कि इंटरपोल ‘विदेश में रहने वाले भगोड़ों’ के ठिकानों की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश पुलिस के राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो (एनसीबी) ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित 12 व्यक्तियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए इंटरपोल को एक अनुरोध प्रस्तुत किया है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष नवम्बर में अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण के मुख्य अभियोजक कार्यालय ने आधिकारिक तौर पर पुलिस मुख्यालय से शेख हसीना और अन्य भगोड़ों को गिरफ्तार करने में इंटरपोल की मदद लेने के लिए कहा था।
