असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर ठोका आपराधिक मानहानि का मुकदमा
गुवाहाटी, 1 जुलाई। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया है। हिमंत ने 30 जून को सीजेएम कोर्ट, कामरूप (ग्रामीण) के समक्ष यह मुकदमा दायर किया।
गौरतलब है कि पिछले माह दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया था कि असम सरकार ने 2020 में कोविड -19 महामारी के दौरान बाजार दरों से ऊपर पीपीई किट की आपूर्ति करने के लिए हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी की फर्मों और बेटे के बिजनेस पार्टनर को अनुबंध दिया था। सिसोदिया ने अपने आरोप में यह भी कहा था कि जब उक्त भ्रष्टाचार हुआ, तब हिमंत राज्य के स्वास्थ्य मंत्री थे।
असम सरकार के वरिष्ठ सलाहकार सैकिया ने कहा – सारे आरोप झूठे हैं
मनीष सिसोदिया के आरोपों पर असम सरकार के वरिष्ठ सलाहकार देवजीत लोन सैकिया ने कहा कि सारे आरोप झूठे हैं। पीपीई किट बनाने वाली उनकी कम्पनी ने कभी कोई बिल नहीं दिया। उस समय, एनएचएम ने पीपीई व्यवसाय में सभी से किट की आपूर्ति करने का अनुरोध किया था और उन्होंने अपने सीएसआर के हिस्से के रूप में लगभग 1500 पीपीई किट की आपूर्ति की थी। उसमें एक पैसा भी नहीं दिया गया।
अपराध साबित होने पर दो साल की कैद और जुर्माने की सजा होगी
देवजीत लोन सैकिया ने कहा, ‘सरमा ने आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया है, जिसमें अपराध साबित होने पर दो साल की कैद और जुर्माने की सजा होगी…। सैकिया ने बताया कि कोर्ट ने शिकायतकर्ता के शुरुआती बयान की तारीख 22 जुलाई तय की है।
सिसोदिया के आरोपों पर हिमंत ने दिया था यह जवाब
सिसोदिया के आरोपों पर हिमंत बिस्वा सरमा ने तब ट्वीट कर जवाब दिया था। उन्होंने कहा था, ‘मेरी पत्नी ने जीवन बचाने के लिए सरकार को लगभग 1500 पीपीई किट मुफ्त में दिए। एक बार मुझे दिल्ली के मुर्दाघर से एक असमिया कोविड पीड़ित का शव लेने के लिए सात दिनों तक इंतजार करना पड़ा। आपके खिलाफ आपराधिक मानहानि दर्ज करूंगा।’