महाराष्ट्र : देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में अशोक चव्हाण व पूर्व MLC अमर राजूरकर भाजपा में शामिल
मुंबई, 13 फरवरी। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण मंगलवार को यहां भाजपा में शामिल हो गए। उनके साथ कांग्रेस के एक पूर्व एमएलसी अमर राजूरकर ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
भाजपा के मुंबई कार्यालय में दोपहर 12.30 बजे आयोजित संक्षिप्त समारोह में महाराष्ट्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अशोक चव्हाण को पार्टी में शामिल कराया।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या उपस्थितीत महाराष्ट्राचे माजी मुख्यमंत्री व कॉंग्रेसचे वरिष्ठ नेते अशोक चव्हाण यांनी भारतीय जनता पक्षात प्रवेश केला.
मुंबईतील भाजपा प्रदेश कार्यालयात आज झालेल्या या प्रवेश सोहळ्यात उपमुख्यमंत्री यांनी सर्वांना शुभेच्छा दिल्या व त्यांचे… pic.twitter.com/M0FaR2oYiY— @OfficeOfDevendra (@Devendra_Office) February 13, 2024
अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में एंट्री चाहते थे चव्हाण
संभावना जताई जा रही है कि अशोक चव्हाण को भाजपा राज्यसभा में मौका देगी। दरअसल राज्यसभा चुनाव के लिए आवेदन दाखिल करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी है। इसलिए ये एंट्री किसी बड़े नेता की मौजूदगी की बजाय महाराष्ट्र के बीजेपी नेताओं की मौजूदगी में हुई। राजनीतिक सूत्रों की माने तो अशोक चव्हाण अमित शाह की मौजूदगी में पार्टी में एंट्री चाहते थे। हालांकि उन्हें आज ही पार्टी में शामिल होना पड़ा।
मोठे नेते काँग्रेस सोडताएत
कारण…
ज्यांनी पक्ष मोठा केला त्या नेत्यांना कॉंग्रेसला सांभाळता आलं नाही. कॉंग्रेसनं खरंतर आत्मचिंतन करण्याची आवश्यकता आहे.#DevendraFadnavis #maharashtra #MaharashtraPolitics #BJP #Mahavijay2024 #AshokChavan pic.twitter.com/OYrrm0LXQk— भाजपा महाराष्ट्र (@BJP4Maharashtra) February 13, 2024
चव्हाण ने 24 घंटे पूर्व कांग्रेस से दिया था इस्तीफा
गौरतलब है कि अशोक चव्हाण ने सोमवार को पूर्वाह्न अपनी विधायकी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के वक्त चव्हाण ने कहा था कि उन्हें फैसला लेने में दो दिन लगेंगे। चूंकि राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है, इसलिए वो भाजपा में जल्द ही शामिल होंगे। दरअसल भाजपा महाराष्ट्र से तीन लोगों को राज्यसभा भेज सकती है। चर्चा है कि इनमें से एक में अशोक चव्हाण को मौका मिलेगा।
देखा जाए तो नांदेड़ जिले में अशोक चव्हाण यानी कांग्रेस और कांग्रेस यानी अशोक चव्हाण का समीकरण था। इसलिए संभव है कि अशोक चव्हाण के भाजपा में शामिल होने से नांदेड़ जिले में कांग्रेस के अस्तित्व पर असर पड़ सकता है।