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अमेरिका का एक और जवाबी हमला – अब चीन पर टैरिफ बढ़ाकर 245 प्रतिशत किया

अमेरिका का एक और जवाबी हमला – अब चीन पर टैरिफ बढ़ाकर 245 प्रतिशत किया

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वॉशिंगटन, 16 अप्रैल। डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू किए गए टैरिफ वार के बाद अमेरिका व चीन के बीच तनातनी कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस क्रम में अमेरिका ने चीन पर एक और जवाबी हमला करते हुए ड्रैगन पर लागू जवाबी शुल्क (टैरिफ) में सीधे 100 फीसदी की बढ़ोतरी करते हुए उसे 245 प्रतिशत कर दिया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘ह्वाइट हाउस’ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि चीन को अपनी जवाबी काररवाई के कारण अब अमेरिका में आयात पर 245 प्रतिशत तक शुल्क का सामना करना पड़ेगा।

वहीं राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ’ पर मंगलवार को अलग से दी गई जानकारी में कहा कि चीन ने बड़े बोइंग सौदे के तहत विमानों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। ये उन खबरों की पुष्टि करता है, जिसमें दावा किया गया था कि चीन ने अपनी विमानन कम्पनियों से अमेरिकी विमान विनिर्माता कम्पनी बोइंग से विमानों की आपूर्ति न लेने का कहा है।

देखा जाए तो ट्रंप ने इस खबर की जानकारी देते हुए चीन जैसे अपने विरोधियों के साथ व्यापार युद्ध में अमेरिका और उसके किसानों की रक्षा करने का संकल्प लिया। ह्वाइट हाउस ने मंगलवार को जारी तथ्य पत्र में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने आयातित प्रसंस्कृत महत्वपूर्ण खनिजों तथा उनसे बने उत्पादों पर अमेरिकी निर्भरता से उत्पन्न राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिमों की जांच शुरू करने वाले एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं।

इसमें कहा गया, “राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले दिन ही अमेरिका की अर्थव्यवस्था को फिर से बेहतर बनाने के लिए अपनी ‘अमेरिका फर्स्ट’ (अमेरिका पहले) व्यापार नीति की शुरुआत की। 75 से अधिक देश पहले ही नए व्यापार समझौतों पर चर्चा करने के लिए समाने आ चुके हैं। इसके परिणामस्वरूप जवाबी काररवाई करने वाले चीन के अलावा अन्य देशों पर अतिरिक्त शुल्क पर फिलहाल रोक लगा दी गई है।’’ तथ्य पत्र में विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा गया, ‘चीन को अपनी जवाबी कार्रवाई के परिणामस्वरूप अब अमेरिका को होने वाले आयात पर 245 प्रतिशत तक शुल्क का सामना करना पड़ रहा है।’

गौरतलब है कि चीन एकमात्र ऐसा देश है, जिसने अमेरिका की शुल्क नीति के खिलाफ जाते हुए जवाबी शुल्क लगाया है। चीन ने शुक्रवार को अमेरिका से आयात पर अपने अतिरिक्त शुल्क को बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया था। ट्रंप प्रशासन के चीनी निर्यात पर लगाए गए 145 प्रतिशत शुल्क के जवाब में उसने यह कदम उठाया था। अमेरिका की शुल्क बढ़ोतरी के खिलाफ चीन ने विश्व व्यापार संगठन में मामला भी दायर किया है।

चीन ने ली चेंगगांग को अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रतिनिधि नियुक्त किया

इस बीच चीन ने चीन ने बुधवार को ली चेंगगांग को वाणिज्य मंत्रालय में अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रतिनिधि नियुक्त किया। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, ली चेंगगांग को वांग शॉवेन की जगह नियुक्त किया गया है। शॉवेन ने चीन और अमेरिका के बीच 2020 के व्यापार समझौते के लिए व्यापार वार्ता में चीन का प्रतिनिधित्व किया था।

समझा जाता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के उस बयान के बाद चीन की ओर से यह कदम उठाया गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि शुल्क गतिरोध को समाप्त करने के लिए समझौता करने की जिम्मेदारी अब चीन पर है। विश्लेषकों का कहना है कि ली की नियुक्ति को चीन पर शुल्क की भारी वृद्धि के बीच ट्रंप प्रशासन के साथ बातचीत शुरू करने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। चेंगगांग के पास अंतरराष्ट्रीय वार्ताओं को संभालने का दशकों का अनुभव है और विश्व व्यापार संगठन (WTO) में चीन के राजदूत भी रह चुके हैं।

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