उत्तराखंड : सीएम पुष्कर सिंह धामी के आश्वासन के बाद परिजनों ने किया अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार
देहरादून, 25 सितम्बर। दिनभर चली हुज्जत के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आश्वासन के बाद अंकिता भंडारी का परिवार उसका अंतिम संस्कार करने के लिए मान गया। रविवार को देर शाम यहां एनआईटी घाट पर अंकिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पुलिस बल और प्रदर्शनकारियों की अत्यधिक भीड़ की मौजूदगी में अंकिता के शव को मोर्चरी से बाहर निकाला गया। एंबुलेंस से अंकिता के शव को पैतृक घाट एनआईटी ले जाया गया, जहां अंतिम संस्कार के वक्त भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि अंकिता भंडारी ने परिवार ने फाइनल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने से पहले उसका अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था। अंकिता के पिता एम्स की प्राइमरी रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं थे, जिसमें कहा गया था कि उसकी (अंकिता) मौत पानी में डूबने से हुई है।
सीएम धामी ने दिए ये आश्वासन
वहीं, परिवार की नाराजगी को देखते हुए मुख्यमंत्री धामी ने उनसे बेटी का अंतिम संस्कार करने की अपील की। उन्होंने पीड़िता के परिवार से कहा कि उन्हें सभी मांगें मजूर हैं। सीएम धामी ने यह भी कहा कि इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी। उन्होंने फास्ट ट्रैक कोर्ट के लिए राज्य के मुख्य न्यायाधीश को पत्र भी लिखा है। सीएम ने यह भी कहा कि पोस्टमॉर्टम की डिटेल रिपोर्ट परिवार को सौंपी जाएगी।
अंकिता के तीनों हत्यारोपित 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में
गौरतलब है कि पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर विधानसभा इलाके के एक प्राइवेट रिसॉर्ट में 19 वर्षीया अंकिता रिसेप्शनिस्ट थी। अंकिता बीते 18-19 सितम्बर से गायब थी। पुलिस और SDRF की टीमें जिला पावर हाउस के पास शक्ति नहर में तलाशी अभियान चला रही थीं। शनिवार सुबह पुलिस को अंकिता की डेडबॉडी चिल्ला पावर हाउस के पास से मिली। उसकी हत्या का आरोप रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और असिस्टेंट मैनेजर अंकित गुप्त पर लगा है। कोर्ट ने तीनों आरोपितों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पुलकित के पिता विनोद आर्य ने कहा – ‘मेरा बेटा अपने काम से काम रखता है‘
पुलकित भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र है। भाजपा ने विनोद आर्य और उनके भाई को शनिवार को ही पार्टी से निकाल चुकी है। हालांकि विनोद का कहना है, ‘पुलकित काफी वक्त से हमसे अलग रह रहा था। मुझ पर पद के दुरुपयोग का आरोप न लगे, इसलिए इस्तीफा भी दे दिया है। मैं चाहता हूं कि अंकिता के साथ ही पुलकित के साथ भी इंसाफ हो। मेरा बेटा अपने काम से काम रखता है।’