अमेरिका ने भी पीएम मोदी पर BBC के वृत्तचित्र पर दिया करारा जवाब, पाकिस्तानी पत्रकार की बोलती की बंद
वॉशिंगटन, 24 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर BBC के वृत्तचित्र को लेकर ब्रिटेन की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद अब अमेरिका ने भी करारा जवाब दिया है। यही नहीं एक सवाल के सवाब में अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने पाकिस्तानी पत्रकार की बोलती बंद कर दी।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा है कि अमेरिका बीबीसी के वृत्तचित्र से तो अवगत नहीं है, लेकिन वह वॉशिंगटन और नई दिल्ली को जोड़ने वाले साझा ‘लोकतांत्रिक मूल्यों’ से पूरी तरह से अवगत है। नेड प्राइस ने सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिका की नई दिल्ली के साथ उन मूल्यों पर आधारित ‘असाधारण गहरी साझेदारी’ है, जो अमेरिका और भारत के लोकतंत्र में निहित हैं।
जब एक पाकिस्तानी पत्रकार ने प्राइस से बीबीसी के वृत्तचित्र के बारे में सवाल किया तो उन्होंने करारा जबाव देते हुए कहा, ‘मुझे (2002 के गुजरात दंगों पर आधारित बीबीसी के) उस वृत्तचित्र के बारे में जानकारी नहीं है, जिसकी आप बात कर रहे हैं। मैं उन साझा मूल्यों से पूरी तरह परिचित हूं, जो अमेरिका और भारत को दो संपन्न एवं जीवंत लोकतंत्रों के रूप में जोड़ते हैं।’
प्राइस ने कहा कि नई दिल्ली के साथ वॉशिंगटन की वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने वाले कई तत्व हैं, जिनमें राजनीतिक, आर्थिक और लोगों के बीच आपसी संबंध शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं मोटे तौर पर कहूंगा कि ऐसे कई तत्व हैं, जो हमारे भारतीय भागीदारों के साथ वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को रेखांकित करते हैं। (दोनों देशों के बीच) घनिष्ठ राजनीतिक और आर्थिक संबंध हैं। अमेरिका और भारत के लोगों के बीच असाधारण रूप से गहरे संबंध हैं।’
भारतीय विदेश मंत्रालय ने दो भागों वाले इस वृत्तचित्र को ‘दुष्प्रचार का एक हिस्सा’ करार देते हुए सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि इसमें पूर्वाग्रह, निष्पक्षता की कमी और औपनिवेशिक मानसिकता स्पष्ट रूप से झलकती है। बता दें कि BBC ने ‘इंडिया : द मोदी क्वेश्चन’ शीर्षक से दो भाग में एक नयी सीरीज तैयार की है। BBC का दावा है कि यह सीरीज गुजरात में 2002 में हुए दंगों के विभिन्न पहलुओं की पड़ताल करती है। गुजरात दंगे के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे।