नई दिल्ली, 1 फरवरी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में वित्त-वर्ष 2023-24 के लिए आम बजट पेश करने के साथ ही रेलवे बजट को लेकर भी घोषणाएं की। बजट में रेलवे के लिए 2.4 लाख करोड़ का आवंटन किया गया है। वित्त मंत्री ने इसी क्रम में रेलवे में निजी क्षेत्रों की भागीदारी बढ़ाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि रेलवे में 100 नई अहम योजनाओं की पहचान की गई है।
2013-14 के मुकाबले रेलवे के लिए नौ गुना ज्यादा आवंटन
निर्मला सीतारमण ने बजट 2023 पेश करते हुए एलान किया कि रेलवे पर अब तक का सबसे अधिक खर्च किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये का खर्च होगा। केंद्रीय बजट में रेलवे के लिए यह अब तक का सबसे ज्यादा आवंटन है। उन्होंने बताया कि साल 2013-14 के मुकाबले यह लगभग नौ गुना ज्यादा बड़ा आवंटन है।
उम्मीद थी कि इस बार रेल बजट में रेलवे के अधूरे प्रोजेक्ट्स को पूरा करने और नए आधारभूत ढांचा को विकसित करने पर जोर रहेगा। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट हाई-स्पीड ट्रेन (High Speed Train) को जल्दी ऑपरेशनल करने पर भी फोकस रहेगा।
दरअसल, मोदी सरकार पूरे रेलवे सिस्टम के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए रेल बजट में 20-25 फीसदी की बढ़ोतरी पर काम कर रही है। केंद्रीय बजट 2022 में सीतारमण ने गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान पर ध्यान केंद्रित किया था। इस वर्ष के बजट में भी यही सरकार की प्राथमिकता बनी रहेगी।
इस वर्ष रेलवे को आवंटित होने वाली धनराशि नई पटरियां बिछाने, सेमी-हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेनों की संख्या बढ़ाने, हाइड्रोजन-संचालित ट्रेनों के साथ-साथ अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना को पूरा करेगी।
गौरतलब है कि वर्ष 2016 में केंद्र सरकार ने रेल बजट को आम बजट में ही मिला दिया था। तब से रेल बजट को अलग से पेश नहीं किया जाता। केंद्रीय वित्त मंत्री ही बजट भाषण के दौरान रेलवे के लिए भी बजट पेश करते हैं।