पूर्व सीएम माणिक सरकार का आरोप – त्रिपुरा में मतदाताओं को वोट डालने से रोका जा रहा
अगरतला, 16 फरवरी। सीपीएम नेता और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने गुरुवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की ओर से असामाजिक तत्व लोगों को वोट डालने से रोक रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि लोग वोट डालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
माणिक सरकार ने कहा, ‘जहां मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया जा रहा है, वे सड़कों को जाम कर रहे हैं और चुनाव आयोग से गुहार लगा रहे हैं कि अगर उन्हें वोट नहीं डालने दिया गया तो वो दूसरों को वोट नहीं डालने देंगे। यह एक सकारात्मक संकेत और दृढ़ प्रयास है. इसकी सूचना हमने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दी है। वह बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर क्या काररवाई की जाती है इसकी जांच करने की जरूरत है।’
अपराह्न एक बजे तक 51.35 फीसदी मतदान
उल्लेखनीय है कि त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में के लिए सुबह सात बजे से शुरू हुई वोटिंग अपराह्न चार बजे तक चलेगी। 60 सीटों के लिए अलग-अलग पार्टियों ने 259 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इन चुनावों में 13.53 लाख महिलाओं समेत कुल 28.13 लाख मतदाता वोट डालेंगे। निर्वाचन आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पहले छह घंटे में अपराह्न एक बजे तक 51.35 फीसदी मतदान हो चुका था। इसके पहले पूर्वाह्न 11 बजे तक 32.11 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था।
टिपरा मोथा चीफ प्रद्योत बोले – ‘अगर 30 सीटें जीत लीं तो बीजेपी विधायक खरीदूंगा‘
इस बीच टिपरा मोथा के अध्यक्ष प्रद्योत देब बर्मा ने कहा, ‘हम इस बार ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद कर रहे हैं। मैं कोई राजनीतिक संन्यास नहीं ले रहा हूं। मैंने कभी नहीं कहा कि मैं राजनीति छोड़ रहा हूं। मैं तब तक नहीं झुकूंगा जब तक मेरे लोगों को समाधान नहीं मिल जाता।’
प्रद्योत ने कहा कि टिपरा मोथा एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने कहा, ‘मैं भाजपा के विधायकों को खरीदने के बारे में सोच रहा था। अगर हम 30 सीटें हासिल कर लेते हैं तो मैं सोच रहा था कि अपने महल का कुछ हिस्सा बेचकर बीजेपी के कुछ विधायक खरीद लूं। अगर कोई लोगों को समाधान दिए बिना खुद को बेचेगा तो लोग उसे हरा देंगे।’