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बिहार में शक्ति परीक्षण की तैयारी :  नीतीश सरकार के विश्वास मत से पहले सभी दलों को विधायकों के टूटने का डर

बिहार में शक्ति परीक्षण की तैयारी : नीतीश सरकार के विश्वास मत से पहले सभी दलों को विधायकों के टूटने का डर

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पटना, 11 फरवरी। बिहार विधानसभा में शक्ति परीक्षण में अब कुछ ही घंटे शेष है। इस क्रम में सोमवार को नीतीश कुमार की अगुआई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार सोमवार को विश्वासमत का सामना करना है। हालांकि सत्ता पक्ष के पास 128 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ओर से ‘खेला होने’ के दावे किए जा रहे हैं, जिसके चलते राज्य में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। साथ ही विधायकों के टूटने की आशंका से सभी पार्टियां सहमी हुई हैं।

हैदराबाद से लौटे कांग्रेस विधायक तेजस्वी के सरकारी आवास में शिफ्ट किए गए

कांग्रेस के सभी विधायकों को हैदराबाद से चार्टर प्लेन से पटना के लाया गया। पटना एयरपोर्ट पर विधायकों के इंतजार में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। साथ ही एयरपोर्ट पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। हैदराबाद से लौटने के बाद सभी विधायकों को सीधे तेजस्वी यादव के सरकारी आवास में शिफ्ट कर दिया गया।

राजद और वामदल के तमाम विधायक पहले से ही तेजस्वी के आवास में नजरबंद

उल्लेखनीय है कि राजद और वामदल के तमाम विधायकों को तेजस्वी यादव ने अपने आवास में पहले से ही नजरबंद कर रखा है। सभी पार्टियों को यह डर सता रहा है कि उनके विधायक कहीं और न चले जाएं।

नई सरकार के गठन के साथ ही कांग्रेस के सभी 16 विधायक हैदराबाद चले गए थे

दरअसल, बिहार की सत्ता से बेदखल होने के बाद से ही कांग्रेस को अपने विधायकों में टूट का डर सता रहा था। नई सरकार के शपथ ग्रहण के साथ ही बिहार कांग्रेस ने अपने 16 विधायकों को हैदराबाद भेज दिया था। यही वजह थी कि नीतीश सरकार के विश्वासमत की पूर्व संध्या पर कांग्रेस के सभी विधायक आज पटना लौटे तो उन्हें सीधे तेजस्वी यादव के आवास पर ले जाया गया।

कांग्रेस विधायक सोमवार को विश्वासमत में भाग लेने जाने तक राजद और वाम दलों के विधायकों के साथ 5, देशरत्न मार्ग पर रहेंगे, जो यादव का सरकारी बंगला है। यह बंगला तेजस्वी यादव को तब आवंटित किया गया था, जब वह उप मुख्यमंत्री थे। महागठबंधन में कांग्रेस, राजद और वाम दल शामिल हैं।

विधायकों के पटना पहुंचने पर कांग्रेस के साथ कोई खेल न हो जाए, इसको लेकर बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने रणनीति बनाई थी। उन्होंने विधायकों के ठहरने के लिए की गई व्यवस्था का पहले जायजा लिया था। इसके साथ ही साथ तमाम रणनीति पर लालू-तेजस्वी से बातचीत की। वहीं, विधायकों से मिलने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी पहुंची और उन्होंने विधायकों की सुख सुविधा का जायजा लिया।

विधायकों के लिए खाने-पीने की तेजस्वी ने की है भरपूर व्यवस्था

तेजस्वी ने विधायकों के लिए खाने-पीने की भरपूर व्यवस्था की है। आज सुबह विधायकों को नाश्ते में पूरी सब्जी और जलेबी दिया गया। वहीं दोपहर में नॉन वेज और वेज भोजन का इंतजाम किया गया। पटना के एक नामी होटल के खानसामा द्वारा विधायकों के लिए नाश्ता और भोजन बनाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार दोपहर में तेजस्वी ने अपने विधायकों के साथ क्रिकेट भी खेली। शाम को चूड़ा और हरा चना का नाश्ता विधायकों ने किया। वहीं रात में भी वेज और नॉनवेज खाने का इंतजाम किया गया।

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