अल-कायदा से संबद्ध आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़, गुजरात ATS की गिरफ्त में 4 संदिग्ध आतंकी
अहमदाबाद, 23 जुलाई। गुजरात एटीएस ने अल-कायदा से संबद्ध आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए चार संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी ने बुधवार को दी। मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
दो आतंकी अहमदाबाद, एक दिल्ली और एक नोएडा से गिरफ्तार
एटीएस ने एक बयान में कहा है कि गुजरात एटीएस ने अलकायदा से जुड़े आतंकी मॉड्यूल से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए चार आतंकियों में दो को गुजरात, एक दिल्ली और एक नोएडा (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया गया है। ये सभी आतंकवादी अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) से जुड़े बताए गए हैं।
आतंकी हमले की साजिश रच रहे थे
गिरफ्तार आतंकियों की पहचान सैफुल्लाह कुरैशी, मोहम्मद फरदीन, मोहम्मद फैज और जीशान अली के रूप में हुई है। उनकी उम्र 23 से 25 वर्ष के बीच है और ये भारत में बड़े स्तर पर आतंकी हमले की साजिश की योजना बना रहे थे। उल्लेखनीय है कि 2023 में इसी आतंकी संगठन से संबंध रखने के आरोप में शहर के विभिन्न हिस्सों से चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था।

सोशल मीडिया एप्स के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में आए
गुजरात एटीएस ने बयान में कहा कि इन आतंकियों को कुछ विशेष और संवेदनशील स्थानों को टारगेट करने का निर्देश दिया गया था। साथ ही ये चारों आतंकवादी सोशल मीडिया एप्स के जरिए एक-दूसरे से संपर्क में आए थे। जांच में यह बात भी सामने आई है कि इन आतंकवादियों का संपर्क सीमा पार बैठे आतंकियों से भी था।
इंस्टाग्राम अकाउंट में भड़काऊ गतिविधियां
गुजरात एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी ने कहा, ‘डीएसपी हर्ष उपाध्याय को 10 जून को पांच संदिग्ध इंस्टाग्राम अकाउंट के बारे में जानकारी मिली थी, जो अल-कायदा से जुड़ी गतिविधियों से जुड़े थे। इन इंस्टाग्राम अकाउंट का इस्तेमाल देश विरोधी भड़काऊ गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जाता था।’
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी 4 आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंट लिए गए और उनकी जानकारी निकाली गई। उसके बाद 25 से ज्यादा लोगों की चार टीमें बनाकर पूरे मामले की जांच की गई। अहमदाबाद फतेहवाड़ी में फरदीन के पास से एक तलवार और अल-कायदा से जुड़े दस्तावेज मिले। उसके बयान के आधार पर तीन अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। दिल्ली का मोहम्मद फैज रिजवान एक पाकिस्तानी सोशल मीडिया अकाउंट से जुड़ा था।
गिरफ्तार सभी आरोपित इंस्टाग्राम पोस्ट में जहूरियत को खत्म करने और शरीयत को लागू करने को लेकर पोस्ट करते थे। आरोपित में से कुछ सिलाई का काम करते हैं। कुछ एक रेस्टोरेंट में काम करते हैं। नोएडा के जीशान के पास से हथियारों की तस्वीरें मिली हैं, लेकिन कोई हथियार नहीं मिला है। सभी आरोपितों के सोशल मीडिया पोस्ट के टेक्स्ट उर्दू और अंग्रेजी में थे। दिल्ली का मोहम्मद फैज मुख्य आरोपित लग रहा है क्योंकि इस पूरे मामले में वही सबसे ज़्यादा सक्रिय पाया गया है।
आरोपितों के पास से बरामद की गईं आपत्तिजनक चीजें
फरदीन शेख के पास से भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान के विरुद्ध शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत के विरुद्ध जिहाद भड़काने वाला अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) का साहित्य और एक तलवार बरामद हुई। फरदीन शेख के मोबाइल फोन में एक वीडियो मिला, जिसमें मोहम्मद फरदीन हवा में तलवार लहराता हुआ दिखाई दे रहा है। वीडियो में लिखा है, ‘बस इतनी सी कमी थी, वो भी पूरी हो गई.अल्लाहु अकबर.’
चारों अभियुक्तों के मोबाइल फोन के इंस्टाग्राम अकाउंट से जिहाद, गज़वा-ए-हिन्द, काफ़िर (धर्म-विरोधी) जैसे विषयों पर भड़काऊ और भड़काऊ वीडियो सामग्री और धार्मिक हिंसा या आतंकवादी हमलों को बढ़ावा देने वाली सामग्री बरामद हुई।
ये हैं AQIS की गतिविधियां
अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) अल-कायदा की दक्षिण एशियाई शाखा है। यह भारत के अलावा पड़ोसी देशों में आतंकवादी गतिविधियों के लिए साजिश रचती है। इतना ही नहीं, यह संगठन सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड एप्स के जरिए युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के साथ ही उनको आतंकवादी हमलों की योजना को आकार देने के लिए जाना जाता है।
