भारत की सख्ती के बाद ब्रिटेन ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग की बढ़ाई सुरक्षा, बैरिकेड्स लगाए
लंदन, 22 मार्च। भारत के सख्त रवैये के बाद बुधवार को लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस क्रम में भारतीय उच्चायोग के बाहर अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती के साथ बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं। नई दिल्ली में उच्चायोग के बाहर से बैरिकेड हटाने के कुछ समय बाद ही ब्रिटिश सरकार ने यह कदम उठाया है।
गौरतलब है कि गत रविवार को उच्चायोग के बाहर खलिस्तानी झंडे के साथ सुनियोजित ढंग से हमला किया गया था और तिरंगे को फेंकने का प्रयास भी किया गया था। बुधवार को भी इस तरह के हमले की साजिश खलिस्तानी कट्टरपंथी रच रहे हैं। रविवार को हुए हमले के बाद भारत ने यूके के साथ इस तरह की घटनाओं पर विरोध जताया था। हालांकि ब्रिटेन के रवैये में जब कोई सुधार न आया तो भारत ने जैसे को तैसा वाली नीति अपनाई और नई दिल्ली में स्थित ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर से सुरक्षा कम कर दी, जिसके बाद अब ऐसा लग रहा है कि ब्रिटेन रास्ते पर आ गया है।
मध्य लंदन में स्थित भारतीय उच्चायोग की बिल्डिंग को इंडिया हाउस के नाम से जाना जाता है। इस बिल्डिंग के बाहर पुलिस अधिकारियों और कई पेट्रोलिंग अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। रविवार की घटना के बाद दूतावास की बिल्डिंग पर एक विशाल भारतीय ध्वज लटका हुआ था।
भारत ने दिया था कड़ा जवाब
दिल्ली पुलिस ने बुधवार को दिन में कहा कि उसने ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर लगे अतिरिक्त बैरिकेड्स हटा दिए हैं, हालांकि सुरक्षा बरकरार है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार सुरक्षा पहले की तरह ही है, लेकिन आयोग की ओर जाने वाले रास्ते पर लगाए गए बैरिकेड्स हटा दिए गए हैं, जो आने-जाने में बाधा पैदा करते थे।
ज्ञातव्य है कि रविवार को लंदन में भारतीय उच्चायोग में खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ताओं की ओर से तिरंगा नीचे खींचे जाने के बाद सुरक्षा की पूर्ण अनुपस्थिति पर स्पष्टीकरण की मांग करते हुए केंद्र द्वारा ब्रिटिश उप उच्चायुक्त को तलब किया गया था। भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने इस घटना को ‘अपमानजनक’ और ‘पूरी तरह से अस्वीकार्य’ बताया।
भारतीय मिशन को बनाया जा रहा निशाना
वस्तुतः पंजाब में अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों के खिलाफ लगातार की जा रही काररवाई को लेकर दुनियाभर में खलिस्तानी विचारधारा वाले बौखला गए हैं। ब्रिटेन में उच्चायोग के सामने उन्होंने हमला किया था। इसके अलावा अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में भी भारतीय मिशन को निशाना बनाया गया था। इससे पहले खलिस्तानी भारत को निशाना बनाने के लिए मंदिरों पर हमला कर रहे थे। ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन में मंदिरों की दीवारों पर उन्होंने भारत विरोधी नारे भी लिखे थे।