
वित्त वर्ष के अंतिम दिन भारी उतार-चढ़ाव के बाद घरेलू शेयर बाजार लाल निशान में बंद, Sensex में 192 अंकों की गिरावट
मुंबई, 28 मार्च। डोनॉल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा अगले हफ्ते दो अप्रैल से प्रस्तावित नए टैरिफ नियम को लेकर निवेशकों के सतर्क रुख के बीच शुक्रवार को ऑटो व आईटी सेक्टर के शेयरों बिकवाली देखने को मिली। इसका नतीजा यह हुआ कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार भारी उतार-चढ़ाव के बीच लाल निशान में बंद हुआ।
सेंसेक्स व निफ्टी ने वित्त वर्ष में 5% से अधिक उछाल देखी
दिन के कामकाज की शुरुआत तो हरे निशान में फ्लैट लेवल पर हुई थी, लेकिन यह बढ़त थम नहीं सकी और क्लोजिंग गिरावट के साथ हुई। फिलहाल उतार-चढ़ाव से भरे इस वित्त वर्ष में सेंसेक्स कुल 3,763.57 अंक या 5.10 प्रतिशत उछला जबकि निफ्टी 1,192.45 अंक यानी 5.34 प्रतिशत चढ़ा।
सेंसेक्स 77,500 के स्तर से नीचे फिसला
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 191.51 अंक या 0.24% की गिरावट के साथ 77,414.92 पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान इसने 603.08 अंकों के उतार-चढ़ाव के बीच 77,788.70 का उच्चतम व 77,185.62 का निचला स्तर देखा। सेंसेक्स से संबद्ध कम्पनियों में 19 के शेयर नुकसान में रहे जबकि 11 हरे निशान में बंद हुए।
निफ्टी में 72.61 अंकों की नरमी
उधर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक निफ्टी 72.61 अंक या 0.31% टूटकर 23,519.35 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी से संबद्ध कम्पनियों में 22 के शेयर हरे निशान में बंद हुए जबकि 28 में गिरावट दर्ज की गई।
टाटा कंज्यूमर में सबसे ज्यादा 2.92 फीसदी की तेजी
सेंसेक्स से जुड़ी कम्पनियों में सबसे ज्यादा 2.92 फीसदी की तेजी टाटा कंज्यूमर के शेयरों में रही। कोटक महिंद्रा, अपोलो हॉस्पिटल, ओएनजीसी व टाटा मोटर्स भी अच्छी तेजी रही। वहीं विप्रो के शेयरों 3.66 प्रतिशत का नुकसान हुआ। इंडसइंड बैंक, श्रीराम फाइनेंस, सिप्ला व महिंद्रा एंड महिंद्रा गिरावट दर्ज करने वाले अन्य प्रमुख शेयर रहे।
एफआईआई ने 11,111.25 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 11,111.25 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.18 प्रतिशत बढ़कर 74.16 डॉलर प्रति बैरल हो गया।