आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक के बाद घरेलू शेयर बाजार हरे निशान में बंद, ऑटो व रियल्टी शेयर उछले
मुंबई, 7 मई। पाकिस्तान व पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में नौ आतंकी ठिकानों पर बुधवार को तड़के भारतीय सशस्त्र बलों की काररवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद घरेलू शेयर बाजार में काफी उतार-चढाव तो दिखा, लेकिन अंत में दोनों संवेदी सूचकांक हरे निशान में बंद हुए। इस क्रम में सेंसेक्स ने जहां 106 अंकों की बढ़त दर्ज की वहीं निफ्टी में 35 अंकों की वृद्धि हुई।
सेंसेक्स 105.71 की उछाल से 80,746.78 पर बंद
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स हुए 105.71 अंक यानी 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80,746.78 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक ने 907.15 अंकों का उतार-चढ़ाव देखा। इस क्रम में वह 80,844.48 के उच्चस्तर और 79,937.48 के निचले स्तर तक गया। सेंसेक्स से संबद्ध कम्पनियों में 17 के शेयर लाभ में रहे तो 12 में गिरावट दर्ज की गई।
निफ्टी में 34.80 अंकों की बढ़त
उधर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक निफ्टी निफ्टी 34.80 या 0.14 प्रतिशत की मजबूती के साथ 24,414.40 पर बंद हुआ। यह सूचकांक भी कारोबार के दौरान एक समय 159.60 अंक गिरकर 24,220.00 तक जा पहुंचा था। लेकिन सत्र की समाप्ति तक संभल गया। निफ्टी से संबद्ध कम्पनियों में 25 के शेयरों ने मुनाफा दर्ज किया तो 25 ही नुकसान में रहे।
ऑटो और रियल्टी शेयरों ने किया बाजार की तेजी का नेतृत्व
दरअसल, शेयर बाजार की तेजी का नेतृत्व ऑटो और रियल्टी शेयरों ने किया। निफ्टी ऑटो और रियल्टी इंडेक्स एक प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ बंद हुए। इसके अलावा, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, मेटल, एनर्जी और प्राइवेट बैंक इंडेक्स भी हरे निशान में थे। केवल फार्मा और एफएमसीजी इंडेक्स ही लाल निशान में बंद हुए।
टाटा मोटर्स ने सर्वाधिक 4.95 फीसदी की तेजी दर्ज की
सेंसेक्स में शामिल कम्पनियों में टाटा मोटर्स ने सर्वाधिक 4.95 फीसदी की तेजी दर्ज की। बजाज फाइनेंस, श्रीराम फाइनेंस, जियो फाइनेंशियल, इटरनल, एमएंडएम, अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, टाइटन, पावर ग्रिड, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, मारुति सुजुकी और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर भी लाभ में रहे। वहीं एशियन पेंट्स ने सर्वाधिक 3.47 फीसदी की गिरावट देखी। सन फार्मा, आईटीसी, एचसीएल टेक, रिलायंस, नेस्ले, एचयूएल, टीसीएस और एलएंडटी में भी नुकसान देखने को मिला।
