श्रद्धा हत्याकांड : आफताब को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया, अंबेडकर अस्पताल में प्री नार्को टेस्ट
नई दिल्ली, 26 नवम्बर। श्रद्धा वॉकर मर्डर केस में आरोपित आफताब पूनावाला को अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सुनवाई से पहले शनिवार को आफताब को अंबेडकर अस्पताल से ले जाया गया, जहां उसका नार्को से पहले प्री नार्को टेस्ट कराया गया। इसके दौरान ईसीजी, ब्लड प्रेशर और कुछ और अन्य बॉडी चेकअप हुए।
बताया जा रहा है कि सोमवार को नार्को टेस्ट कराने के लिए उसे जेल से यहां लाया जाएगा। दरअसल, किसी भी व्यक्ति का नार्को टेस्ट एक दिन में नहीं किया जा सकता। इसलिए अभी आफताब के नार्को टेस्ट के लिए इंतजार करना पड़ेगा। वहीं एफएसएल अधिकारियों का कहना है कि नार्को टेस्ट के समय एफएसएल की टीम साथ रहेगी।
ढाई घंटे तक चला पॉलीग्राफ टेस्ट, सभी प्रश्नों के दिए जवाब
इस बीच आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट शुक्रवार को ढाई घंटे तक चला। इस दौरान एफएसएल रोहिणी और दिल्ली पुलिस की टीम मौजूद रही। सूत्रों के अनुसार, आफताब ने बेहद आत्मविश्वास से सभी प्रश्नों के उत्तर दिए। हत्याकांड में सबूत जमा करने के लिए पॉलीग्राफ टेस्ट के दूसरे चरण के लिए पुलिस आफताब को करीब चार बजे लेकर रोहिणी स्थित एफएसएल पहुंची। करीब ढाई घंटे तक यह सत्र चला।
सूत्रों ने कहा कि अब तक का जो पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ है, एफएसएल की टीम द्वारा उसका पूरा परीक्षण किया जाएगा। अगर उसके जवाबों से संतुष्टि होती है तो पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए नहीं बुलाया जाएगा और फिर नार्को टेस्ट की तैयारियां की जाएंगी। अगर कहीं पर भी लगता है कि कुछ बातें रह गईं हैं या कुछ छूट गया है तो पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए फिर बुलाया जा सकता है। मंगलवार को आफताब पर पॉलीग्राफ टेस्ट के पूर्व चरण का परीक्षण किया गया था, लेकिन बुधवार को तबियत खराब होने की वजह से टेस्ट नहीं हो पाया था। गुरुवार को तबियत खराब होने की वजह से बीच में ही टेस्ट रोकना पड़ गया था।
जवाब से पुलिस संतुष्ट नहीं
इस बीच सूत्रों का यह भी कहना है कि पहले सत्र में पुलिस ने आफताब से श्रद्धा और उसके जीवन के विषय में करीब 50 प्रश्न पूछे थे। इसमें हत्या से लेकर शव और सबूत फेंकने की बात शामिल थी। बताया जाता है कि आफताब ने सभी प्रश्नों के जवाब बेहद आत्मविश्वास से दिए, लेकिन पुलिस इन उत्तर से संतुष्ट नहीं है। फिलहाल पुलिस एफएसएल की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। पुलिस अधिकारियों को नार्को टेस्ट से ही उम्मीद है, जिसमें आफताब सच बताएगा।