आचार्य प्रमोद कृष्णम का अपनी ही पार्टी पर हमला, – ‘कांग्रेस में कुछ नेताओं को ‘हिन्दू’ शब्द से भी नफरत’
गाजियाबाद, 10 नवम्बर। आध्यात्मिक गुरु और कांग्रेस नेता और आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर इस बात के लिए हमला बोला है कि वह हमेशा ‘हिन्दू विरोधी’ रुख अपनाता है। आचार्य कृष्णम के अनुसार यही कारण था कि कांग्रेस ने उन्हें मध्य प्रदेश चुनाव में पार्टी की ओर से जारी चुनाव प्रचार में शामिल नहीं किया।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शुक्रवार को मीडिया से बाचतीत में कहा, ‘पार्टी के लिए परेशान होने का कोई कारण नहीं है। हो सकता है कि पार्टी नेतृत्व नहीं चाहता हो हिन्दुओं का समर्थन या फिर उन्हें एक हिन्दू गुरु को स्टार प्रचारक के तौर पर शामिल किये जाने पर खामी दिखाई दे रही होगी।’
‘कांग्रेस में कुछ ऐसे नेता हैं, जो भगवान राम से नफरत करते हैं‘
उन्होंने बेहद भावुक होते हुए कहा, ‘यह कांग्रेस पार्टी का निर्णय है। मैंने महसूस किया है कि कांग्रेस में कुछ ऐसे नेता हैं, जो भगवान राम से नफरत करते हैं। इन नेताओं को ‘हिन्दू’ शब्द से भी नफरत है। वे हिन्दू धार्मिक गुरुओं का अपमान करना चाहते हैं। उन्हें यह पसंद नहीं है कि पार्टी में कोई हिन्दू धार्मिक गुरु हो।’
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. पर भी गंभीर सवाल उठाया
आचार्य कृष्णम ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. पर भी गंभीर सवाल उठाते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि I.N.D.I.A. ब्लॉक जैसी कोई चीज नहीं बची है। I.N.D.I.A. ब्लॉक बनाने का मुख्य लक्ष्य पीएम मोदी को हराना और भाजपा सरकार को गद्दी से उतारना था। लेकिन दुख की बात यह है कि विपक्ष मोदी से इतनी नफरत करता है कि वे भूल जाते हैं कि वे भारत से नफरत करने लगे हैं। अगर पीएम मोदी नई संसद का उद्घाटन करते हैं तो वे इसका विरोध करते हैं। अगर ट्रेन का नाम ‘वंदे भारत’ है तो वे इसका विरोध करते हैं। पीएम की आलोचना करने से कोई नहीं रोकता, लेकिन उनसे नफरत करना ठीक नहीं है। विपक्ष इतना भ्रमित हो गया है कि सब कुछ भूल गया है।’
‘विपक्ष इतना भ्रमित हो गया है कि सब कुछ भूल गया है‘
वहीं नीतीश कुमार द्वारा बिहार विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण के मामले में महिलाओं के प्रति की गई प्रतिकूल टिप्पणी पर पीएम मोदी के हमले पर अलग रुख अपनाते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, ‘अगर हम हर चीज के लिए भाजपा और मोदी को दोषी ठहराते रहेंगे तो यह गलती होगी। विपक्ष अपनी सारी गलतियों का ठीकरा मोदी पर फोड़ना चाहता है। अखिलेश कह रहे हैं कि कांग्रेस सबसे धोखेबाज पार्टी है। क्या वह मोदी जी के कहने पर ऐसा कह रहे हैं? क्या नीतीश कुमार के बयान का ठीकरा भी मोदी पर फोड़ा जाएगा? भला I.N.D.I.A. गुट का कोई नेता क्यों नहीं नीतीश से पूछ रहा है कि आपने ऐसा क्यों कहा?’
‘हर चीज के लिए भाजपा और मोदी को दोषी ठहराते रहेंगे तो यह गलती होगी‘
आचार्य कृष्णन ने कहा, “बीते 10 सालों से हम बस यही करते रहे हैं। हमारे चेहरे पर धूल थी और हम आईना साफ करते रहे। मुझे नहीं लगता है कि I.N.D.I.A. ब्लॉक नाम की कोई चीज बची है। अखिलेश यादव कहते हैं कि कांग्रेस ने सपा को धोखा दिया है। अधीर रंजन चौधरी ममता बनर्जी पर उंगली उठाते हैं।
‘आप’ कांग्रेस पर अंगुली उठा रही है।”
कांग्रेस की ऐसी तीखी आलोचना के बाद भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर आचार्य प्रमोद ने कहा कि अगर कोई भारत, सनातन की बात करता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह भाजपा में शामिल होना चाहता है। उन्होंने कहा, ‘सवाल भाजपा और कांग्रेस का नहीं है, सवाल भारत की संस्कृति और सभ्यता का है।’
‘नरेंद्र मोदी को टक्कर देनी है तो कांग्रेस प्रियंका गांधी को पीएम उम्मीदवार बनाए‘
हालांकि आचार्य प्रमोद ने यह दावा भी किया कि कांग्रेस में प्रियंका गांधी प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे मजबूत उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा, “यदि कांग्रेस को नरेंद्र मोदी को टक्कर देनी है तो प्रियंका गांधी को अपना उम्मीदवार बनाना जरूरी है और यही बेहतर होगा। 2024 का चुनाव ‘महाभारत’ होगा। राहुल गांधी अब इन चीजों से ऊपर उठ चुके हैं। उन्हें अब किसी पद की चाहत नहीं है।”