यूपी : अलीगढ़ में भाजपा की मुस्लिम महिला नेता ने घर में स्थापित की गणेश प्रतिमा, जारी हुआ फतवा
लखनऊ, 3 सितम्बर। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की एक मुस्लिम महिला नेता रूबी आसिफ खान को उन्हीं के समुदाय की ओर से फतवा जारी होने और धमकी मिलने की शिकायत सामने आ रही है। वजह यह है कि उन्होंने गणेश चतुर्थी के मौके पर अपने मकान में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की थी और गणपति की पूजा की थी।
देवबंद मुफ्ती अरशद फारूकी ने रूबी आसिफ खान के खिलाफ जारी किया फतवा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अलीगढ़ भाजपा महिला मोर्चा की मंडल उपाध्यक्ष रूबी आसिफ खान को देवबंद मुफ्ती अरशद फारूकी की ओर से फतवा जारी किया गया है। मुफ्ती अरशद फारूकी का दावा है, ‘रूबी आसिफा ने मूर्ति पूजा करके गैर इस्लामिक आचरण किया है। वह जानती हैं कि इस्लाम में मूर्ति पूजा प्रतिबंधित है। उसके बाद भी उन्होंने ऐसा कृत्य किया है, जो हमारी मजहब में माफी के काबिल नहीं है।’
रूबी आसिफ ने मुफ्ती पर लगाया समाज में भेद पैदा करने का आरोप
वहीं फतवा जारी होने के बाद रूबी आसिफ खान ने धार्मिक सौहार्द का हवाला देते हुए कहा कि अपने मकान में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करके उन्होंने दोनों मजहबों के बीच मिसाल कायम करने का प्रयास किया है। इसके साथ ही उन्होंने देवबंद मुफ्ती अरशद फारूकी पर हमलावर होते हुए आरोप लगाया कि ऐसे मुफ्तियों के कारण समाज में भेद पैदा होता है, लोग धर्म के नाम पर एक-दूसरे से नफरत करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘अपने घर में प्रतिमा स्थापित करके मैंने हिन्दू भाईयों के साथ मुस्लिम भाईयों की खुशहाली के लिए दुआ मांगी है, लेकिन अमन और चैन के मकसद से किए गए इस पाक पहल को मुफ्ती अरशद फारूकी गलत बता रहे हैं तो ये उनकी सोच है, इसमें कोई क्या कर सकता है।’
मुफ्ती बोले – किसी मुस्लिम द्वारा मूर्ति पूजा किया जाना इस्लाम के सिद्धातों के खिलाफ
दूसरी तरफ मुफ्ती अरशद फारूकी ने कहा, ‘हम मानते हैं कि हिन्दुओं के लिए भगवान गणेश की पूजा शुभ होती है और हिन्दू अपने मजहब के बताये तौर-तरीकों से भगवान गणेश की पूजा करते हैं, हमें उससे कोई एतराज नहीं है। लेकिन किसी मुस्लिम द्वारा मूर्ति पूजा किया जाना इस्लाम के सिद्धातों के खिलाफ है।’
उन्होंने कहा, ‘इस्लाम में सिवाय अल्लाह के किसी की इबादत नहीं होती है। ऐसा करने वाले मुस्लिम इस्लाम के खिलाफ आचरण कर रहे हैं। इसलिए जो लोग मूर्ति पूजा करते हैं तो उनके खिलाफ इस्लाम में जारी किया जाने वाला फरमान सुनाया जाता है, जिसे फतवा कहा जाता है, चूंकि रूबी आसिफा खान ने इस्लामी शिक्षा के विरुद्ध आचरण किया है, इसलिए उनके खिलाफ यह फतवा जारी किया गया है।’
‘देवबंद मुफ्ती जैसे लोगों के फतवे को कोई तवज्जो नहीं देती‘
फतवे का जवाब देते हुए रूबी खान ने कहा कि वो देवबंद मुफ्ती जैसे लोगों के फतवे को कोई तवज्जो नहीं देती हैं। उन्होंने दावा किया कि ऐसे मौलवी और मुफ्ती कभी सच्चे मुसलमान नहीं हो सकते, वो धर्म के आधार पर हमारे समाज को बांटने में लगे रहते हैं।
रूबी खान ने यह भी कहा कि ऐसे मुफ्ती और मौलाना चरमपंथी मानसिकता के होते हैं। वो भारत में रहकर भी हिन्दुस्तान की परवाह नहीं करते और अगर वे सच्चे मुसलमान होते तो इस तरह की बात नहीं करते। रूबी ने कहा कि वह हमेशा से हिन्दू त्योहार मनाती रही है और आगे भी मनाती रहेंगी।