आंध्र प्रदेश में बड़ा हादसा : खाई में बस गिरने से आठ तीर्थयात्रियों की मौत, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने हादसे पर जताया दुख
विशाखापत्तनम, 12 दिसंबर। आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीतारामाराजू जिले में शुक्रवार सुबह एक प्राइवेट ट्रैवल बस के खाई में गिरने से आठ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह हादसा चिंतूर-नारेदुमिल्ली घाट रोड पर हुआ, जब ड्राइवर कथित तौर पर एक तीखे मोड़ पर बस को कंट्रोल नहीं कर पाया और सेफ्टी वॉल से टकराने के बाद बस खाई में गिर गई। बस में दो ड्राइवरों समेत 37 लोग सवार थे और वह अन्नावरम जा रही थी।
मिली जानकारी के अनुसार सभी यात्री चित्तूर जिले के थे, जो तेलंगाना के भद्राचलम मंदिर के दर्शन करने के बाद काकीनाडा जिले के अन्नावरम मंदिर जा रहे थे। जिस जगह हादसा हुआ, वहां मोबाइल फोन नेटवर्क नहीं था, इसलिए मोथुगुंटा में पुलिस तक जानकारी पहुंचने में कुछ समय लगा। पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया। पुलिस और बचाव टीम ने मौके से आठ शव बरामद किए। घायलों को चिंतूर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए पांच पुलिस वाहनों और तीन एंबुलेंस का इस्तेमाल किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से पीड़ितों के लिए अनुग्रह राशि का ऐलान किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे के पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर लिखा, “आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले में एक दुखद बस दुर्घटना में हुई मौतों के बारे में जानकर दुख हुआ। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है। पीएमओ ने पीएम मोदी के हवाले से पोस्ट में लिखा, “आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले में बस दुर्घटना में हुई मौतों से दुखी हूं। इस मुश्किल समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं। पीएमएनआरएफ से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे।”
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने हादसे पर दुख जताया। उन्होंने बचाव और राहत कार्यों के बारे में अधिकारियों से बात की। उन्होंने उन्हें घायलों को सबसे अच्छा इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। गृह मंत्री वी अनिता और आदिवासी कल्याण और महिला एवं बाल कल्याण मंत्री जी. संध्या रानी दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हुईं। उन्होंने अल्लूरी सीतारामाराजू जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बात की और उन्हें पीड़ितों को हर संभव मदद सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। बढ़ते सड़क हादसों पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पिछले महीने कारणों का पता लगाने के लिए सड़क हादसों की थर्ड-पार्टी ऑडिटिंग का आदेश दिया था।
सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस साल अब तक राज्य में 15,462 सड़क हादसों में 6,433 लोगों की मौत पर चिंता जताई थी। अधिकारियों के अनुसार, 79 प्रतिशत दुर्घटनाएं ओवर-स्पीडिंग, तीन प्रतिशत गलत साइड ड्राइविंग और एक प्रतिशत शराब और मोबाइल फोन के इस्तेमाल के कारण होती हैं। सड़क हादसों के मामले में आंध्र प्रदेश देश में आठवें स्थान पर है।
