गुवाहाटी टेस्ट : टीम इंडिया की 408 रनों से शर्मनाक हार, दक्षिण अफ्रीका ने 25 वर्षों बाद भारत में हासिल किया क्लीन स्वीप
गुवाहाटी, 26 नवम्बर। देश के नए टेस्ट केंद्र बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में आशंकाओं के अनुरूप भारतीय बल्लेबाज 549 रनों के अभेद्य लक्ष्य का भयानक दबाव नहीं झेल सके और ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर (6-37) ने पांचवें व अंतिम दिन आज भारत की दूसरी पारी दूसरे ही सत्र में सिर्फ 140 रनों पर बिखेर दी। इसके साथ ही टीम इंडिया दूसरे व अंतिम टेस्ट में 408 रनों की शर्मनाक पराजय गले लगा बैठी जबकि दक्षिण अफ्रीकी टीम भारतीय धरती पर ढाई दशक बाद क्लीन स्वीप हासिल करने में सफल हो गई।
🚨 MATCH RESULT 🚨
A dominant display from #TheProteas Men as they claim victory by an incredible 408 runs!! 😤🇿🇦
Setting a new record for South Africa’s biggest winning margin over India in Test cricket. 💥🙆♂️ pic.twitter.com/GS9AaN2hLe
— Proteas Men (@ProteasMenCSA) November 26, 2025
टेस्ट क्रिकेट में रनों के लिहाज से भारत की सबसे बड़ी पराजय
देखा जाए तो टेस्ट इतिहास में रनों के लिहाज से भारत की यह सबसे बड़ी पराजय है। इससे पहले 2004 (नागपुर टेस्ट) में भारत को ऑस्ट्रेलिया ने 342 रनों से मात दी थी। विडम्बना देखिए कि जिस विकेट पर प्रोटियाज ने पहली पारी में 489 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया वहीं भारतीय बल्लेबाज दोनों पारियों में क्रमशः 201 और 140 रनों पर बिखर गए। हालांकि मेहमानों ने 288 रनों की लीड के बावजूद भारत को फॉलोआन नहीं कराया अपनी दूसरी पारी 5-260 पर घोषित कर दुसाध्य लक्ष्य सामने रख दिया था।
हैंसी क्रोनिए की टीम ने 2000 में 2-0 से किया था ह्वाइटवाश
गौरतलब है कि हैंसी क्रोनिए के नेतृत्व में दक्षिण अफ्रीका ने वर्ष 2000 में भारत को 2-0 से हराकर घरेलू टेस्ट सीरीज में ह्वाइटवॉश किया था। वहीं अफ्रीकी टीम ने तब आखिरी बार भारत में सीरीज भी जीती थी। तब मेहमानों ने मुंबई में पहला टेस्ट चार विकेट से जीता था और बेंगलुरु में खेले गये दूसरे टेस्ट में भारत को एक पारी और 71 रनों से पराजय झेलनी पड़ी थी।

बावुमा का बतौर कप्तान अजेय क्रम बरकरार
इस प्रकार तेम्बा बावुमा ने कोलकाता व गुवाहाटी टेस्ट जीतकर न सिर्फ हैंसी क्रोनिए के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली वरन कप्तान के रूप में अपना अजेय क्रम भी कायम रखा। ध्यान रहे कि मेहमानों ने कोलकाता टेस्ट ढाई दिनों में ही 30 रनों से जीत लिया था।

जडेजा के अर्धशतक से मेजबान दल 100 रनों के पार पहुंच सका
पिछली शाम के स्कोर 2-27 से आगे बढ़ी भारत की दूसरी पारी देखें तो 58 रनों पर आधी टीम लौट चुकी थी। इसके बाद रवींद्र जडेजा (54 रन, 87 गेंद, 119 मिनट, दो छक्के, चार चौके) ही तनिक संघर्ष कर सके। उन्होंने साई सुदर्शन (14 रन, 139 गेंद, 159 मिनट, एक चौका) के साथ 37 रनों की साझेदारी से दल को चाय (5-90) के पार किया और फिर जडेजा व वॉशिंगटन सुंदर (16 रन, 44 गेंद, 48 मिनट, दो चौके) के बीच सातवें विकेट के लिए हुई 35 रनों की साझेदारी से टीम सवा सौ के पार पहुंच सकी।
इन तीनों के अलावा ओपनर यशस्वी जायसवाल (13) और कप्तान ऋषभ पंत (13 रन, 16 गेंद, 27 मिनट, एक छक्का, एक चौका) ही 10 के पार जा सके। हार्मर के अलावा केशव महाराज ने 37 रनों पर दो विकेट निकाले तो यान्सेन के खाते में एक विकेट आया।

मार्को यान्सेन बने ‘प्लेयर ऑफ द मैच’
गुवाहाटी मैच के हीरो की बात करें तो पेस मार्को यान्सेन ने पहली पारी में जहां 93 रनों की शानदार पारी खेली वहीं गेंदबाजी में 6/48 तथा 1/23 के आंकड़े दर्ज किए। ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का हकदार उनके सिवाय कोई हो भी नहीं सकता था।
Simon Harmer with 5 wickets!! ✨️
A sensational spell from the off-spinner edges #TheProteas Men closer to a dominant series victory. 🤩 pic.twitter.com/g2MLpTgUCR
— Proteas Men (@ProteasMenCSA) November 26, 2025
‘प्लेयर ऑफ द मैच’ हार्मर के करिअर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
उधर साइमन हार्मर ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का अवार्ड ले उड़े, जिन्होंने दो मैचों में कुल 17 विकेट लिए। इस मैच में कुल नौ विकेट निकालने वाले प्रिटोरिया के इस 36 वर्षीय स्पिनर ने दूसरी पारी में करिअर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और भारतीय बल्लेबाजों की दुर्गति कर दी। हार्मर को कोलकाता टेस्ट में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ घोषित किया गया था, जिन्होंने मैच में 51 रन देकर आठ विकेट (4-30 व 4-21) लिए थे।
एडेन मार्करम ने नौ कैच लेकर बनाया नया रिकॉर्ड
वहीं दक्षिण अफ्रीकी ओपनर एडेन मार्क्रम ने नौ कैच (पहली पारी में पांच व दूसरी पारी में चार) लेकर एक टेस्ट मैच में सर्वाधिक कैच का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने भारत के अजिंक्य रहाणे के 2015 में लिए गए आठ कैचों रिकॉर्ड पीछे छोड़ा।
