Dhanteras 2025 Date: 18 या 19 अक्टूबर कब है धनतेरस? जानिए तिथि, खरीदारी का शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व
लखनऊ, 17 अक्टूबर। धनतेरस को त्यौहार का हिंदू धर्म में खास महत्व है। यह पर्व हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इस वजह से इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी तिथि के नाम से जाना जाता है। वहीं इस दिन भगवान धन्वंतरि के साथ विष्णु प्रिया माता लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर और मृत्यु के देवता यमराज की पूजा का विधान है।
भगवान धन्वंतरि जब समुद्र मंथन से प्रकट हुए थे, उनके हाथ में अमृत कलश होने की वजह से इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है। इस साल धनतेसर का पर्व 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा। वहीं इस दिन हंस महापुरुष राजयोग, त्रिग्रही योग, बुधादित्य राजयोग और शनि प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है।025 Date: 18 या 19 अक्टूबर कब है धनतेरस? जानिए तिथि, खरीदारी का शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व
धनतेरस तिथि 2025
त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 18 अक्टूबर को दोपहर में 12 बजकर 20 मिनट से होगी। वहीं 19 अक्टूबर रविवार को दोपहर के 1 बजकर 52 मिनट पर त्रयोदशी तिथि समाप्त होगी। शास्त्रों के अनुसार, जिस दिन प्रदोष काल में कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि लगती है। उसी दिन धनतेरस का त्योहार मनाने की परंपरा है।
धनतेरस खरीदादी का शुभ मुहूर्त
धनतेरस के दिन खरीदारी के 3 शुभ मुहूर्त है, जिसमें पहला मुहूर्त अमृत काल माना जा रहा है, जो सुबह 08 बजकर 50 मिनट से 10 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। वहीं अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 01 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। साथ ही लाभ-उन्नति चौघड़िया मुहूर्त दोपहर 01 बजकर 51 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त
धनतेरस के दिन पूजन के लिए शुभ मुहूर्त प्रदोष काल यानी 07 बजकर 16 मिनट से लेकर 08 बजकर 20 मिनट तक है। इस दौरान आप भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
धनतेरस का धार्मिक महत्व
धनतेरस के दिन धन्वंतरि भगवान, विष्णुजी, माता लक्ष्मी, कुबेर देवता और यमराज की पूजा करने का महत्व होता है। धनतेरस के दिन बर्तन, चांदी, सोना, झाड़ू आदि खरीदना बेहद शुभ माना गया है। शास्त्रों के अनुसार भगवान धन्वंतरि की पूजा उपासना करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है और व्यक्ति ऊर्जावान रहता है।
