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‘भारत की राष्ट्रीय भाषा क्या है?’ स्पेन में इस सवाल का जवाब देकर DMK सांसद कनिमोई ने खूब बटोरीं तालियां

‘भारत की राष्ट्रीय भाषा क्या है?’ स्पेन में इस सवाल का जवाब देकर DMK सांसद कनिमोई ने खूब बटोरीं तालियां

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नई दिल्ली, 3 जून। तमिलनाडु में सत्ताधारी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) की सांसद कनिमोई करुणानिधि के नेतृत्व में एक सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल अपनी पांच देशों की यात्रा के अंतिम चरण में स्पेन की राजधानी मैड्रिड पहुंचा। यहां भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति पर श्रद्धांजलि दी।

कनिमोई के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार (2 जून) को विदेश मंत्री जोस मैनुअल एल्बरेस से मुलाकात की। इस दौरान आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की भारत की नीति से अवगत कराया। वहीं स्पेन ने आतंकवाद का मुकाबला करने संबंधी भारत के प्रयासों के प्रति अपना स्पष्ट समर्थन जताया।

इस बीच भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम में कनिमोई ने भारत की राष्ट्र भाषा को लेकर पूछे गए एक सवाल का ऐसा जवाब दिया कि हॉल में काफी देर तक तालियां बजती रही। दरअसल, कार्यक्रम के दौरान डीएमके सांसद से पूछा गया था कि भारत की राष्ट्रीय भाषा क्या है? इस पर कनिमोझी ने कहा, “भारत की राष्ट्रीय भाषा है ‘अनेकता में एकता’ है।“ इस जवाब के बाद कार्यक्रम में देर तक तालियां बजती रही।

कनिमोई का जवाब अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। मैड्रिड भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘भारत की राष्ट्रीय भाषा एकता और विविधता है। यह संदेश यह प्रतिनिधिमंडल दुनिया को दे रहा है और आज यही सबसे महत्वपूर्ण बात है।’

दरअसल, यह सवाल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में तीन-भाषा फॉर्मूले के मुद्दे पर केंद्र के साथ DMK के टकराव के बीच आया। दो-भाषा सिस्टम (तमिल और अंग्रेजी) की प्रबल समर्थक DMK इस नीति को संघवाद और क्षेत्रीय स्वायत्तता का अपमान मानती है।

प्रतिनिधिमंडल ने स्पेन में आतंकवाद पीड़ितों के एक संगठन के साथ बैठक के दौरान एक सुरक्षित और अधिक दयालु दुनिया के लिए भारत के संकल्प को दोहराया। साथ ही भारत-पाकिस्तान सीमा पार खतरों का सामना करने में नई दिल्ली के अनुभव को शेयर किया।

यह उन सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है, जिन्हें भारत ने 33 देशों की राजधानियों का दौरा करने का दायित्व सौंपा है। ये प्रतिनिधिमंडल इसलिए विदेश दौरे पर गए हैं ताकि पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक यह संदेश पहुंचाया जा सके कि पाकिस्तान का आतंकवाद से संबंध है। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे।

स्पेन स्थित भारतीय दूतावास ने X पर एक पोस्ट में कहा, ‘आतंकवाद के 4,800 से अधिक पीड़ितों के साथ खड़े एक संगठन द्वारा आयोजित बैठक में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद से मिलने वाली पीड़ा पर गहन चर्चा की।’ प्रतिनिधिमंडल ने सीमा पार खतरों का सामना करने में भारत के अनुभव को साझा किया तथा एक सुरक्षित, अधिक दयालु विश्व के निर्माण के लिए साझा संकल्प की पुष्टि की।

यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल स्पेन सरकार के प्रतिनिधियों और नागरिक संस्था के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस दौरान आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति से अवगत कराया। कनिमोई ने X पर एक पोस्ट में कहा, ‘कल स्पेन में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के कार्यक्रम के हिस्से के रूप में मुझे तमिल समुदाय से मिलकर बहुत खुशी हुई। घर से दूर रहने वाले इतने सारे भारतीयों से जुड़ना अद्भुत अनुभव था।’

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