NCB ने इम्फाल और गुवाहाटी से जब्त की 88 करोड़ की ड्रग्स, अमित शाह बोले – ड्रग्स माफिया पर कोई रहम नहीं
नई दिल्ली, 16 मार्च। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने इम्फाल और गुवाहाटी जोन से 88 करोड़ रुपये की मेथमफेटामाइन गोलियों की एक बड़ी खेप जब्त की और अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफिया के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। गृह मंत्रालय ने इस अभियान की जानकारी दी है।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एनसीबी की इस काररवाई पर कहा है कि ड्रग्स माफिया पर कोई रहम नहीं किया जाएगा। उन्होंने एनसीबी को बधाई देते हुए सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “ड्रग्स की बड़े पैमाने पर हुई यह बरामदगी जांच के लिए अपनाए जा रहे ‘बॉटम टु टॉप’ और ‘टॉप टु बॉटम’ अप्रोच की शानदार सफलता का प्रमाण है। लगातार चलाए जा रहे अभियानों में ड्रग्स की तलाश जारी है।”
No mercy for drug cartels.
Accelerating the Modi govt's march to build a drug-free Bharat, a massive consignment of methamphetamine tablets worth ₹88 crore is seized, and 4 members of the international drug cartel are arrested in Imphal and Guwahati zones. The drug haul is a…
— Amit Shah (@AmitShah) March 16, 2025
गृह मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि पहली काररवाई में 13 मार्च को सूचना के आधार पर एनसीबी इम्फाल जोन के अधिकारियों ने लिलोंग क्षेत्र के पास एक ट्रक को रोका और वाहन की पूरी तरह से टोह लेने के बाद ट्रक के पिछले हिस्से में टूल बॉक्स/केबिन से 102.39 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की गोलियां बरामद कीं। ट्रक में सवार दो लोगों को पकड़ा भी गया।
टीम ने बिना किसी देरी के तुरंत एक फॉलोअप काररवाई की और लिलोंग क्षेत्र से प्रतिबंधित सामग्री के संदिग्ध रिसीवर को पकड़ लिया। उसके पास से एक चार पहिया वाहन भी बरामद किया गया, जिसका इस्तेमाल ड्रग तस्करी के लिए किया जाता था। बाद में तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रतिबंधित सामग्री का संदिग्ध स्रोत मोरेह है। मामले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए आगे की जांच जारी है।
वहीं दूसरी ओर प्राप्त सूचना के आधार पर उसी दिन एक अन्य अभियान में एनसीबी गुवाहाटी जोन के अधिकारियों ने सिलचर के पास असम-मिज़ोरम सीमा पर एक एसयूवी को रोका और उसकी गहन तलाशी ली, जिसमें वाहन के स्पेयर टायर के अंदर छिपाई गई 7.48 किलोग्राम मेथमफेटामाइन गोलियां बरामद हुईं और वाहन सवार को भी पकड़ लिया, जिसे बाद में गिरफ़्तार कर लिया गया। तस्करी का स्रोत मणिपुर का मोरेह था और संदिग्ध गंतव्य करीमगंज था।
मंत्रालय ने बताया कि मामले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए आगे की जांच जारी है। इसके अलावा एक अन्य घटनाक्रम में एनसीबी, मिजोरम सरकार के आबकारी विभाग से एक मामले की जांच भी अपने हाथ में ले रही है, जिसमें गत छह मार्च को ब्रिगेड बावंगकॉन आइजोल (Brigade Bawngkawn Aizawl) में लगभग 46 किलोग्राम क्रिस्टल मेथ जब्त किया गया था। इस मामले में ड्रग सिंडिकेट में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ड्रग तस्करी नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय संबंधों की जांच के लिए एनसीबी द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि पूर्वोत्तर क्षेत्र अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण मादक पदार्थों की तस्करी के दृष्टिकोण से भारत के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में से एक के रूप में उभरा है। इस संवेदनशील पहलू को पहचानते हुए गृह मंत्रालय (MHA) ने क्षेत्र में ड्रग्स के खिलाफ युद्ध को और मजबूत करने के लिए वर्ष 2023 में एनसीबी (NCB) की ताकत बढ़ाई थी।
एनसीबी अपनी पांच क्षेत्रीय इकाइयों और पूर्वोत्तर में एक क्षेत्रीय मुख्यालय के माध्यम से क्षेत्र में सक्रिय मादक पदार्थों, विशेष रूप से मेथमफेटामाइन टैबलेट जैसे सिंथेटिक ड्रग्स की तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। मेथमफेटामाइन टैबलेट को याबा (YABA) के नाम से जाना जाता है, इसने न केवल क्षेत्र की युवा आबादी के लिए बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा किया है।
