भगदड़ से मौतों पर भड़के शंकाराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा – ‘झूठा है मुख्यमंत्री…महाकुंभ रहते-रहते देना चाहिए इस्तीफा’
महाकुम्भ नगर, 30 जनवरी। महाकुम्भ में भगदड़ से हुई मौतों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अलोचना हो रही है। एक तरफ मृतकों की संख्या को लेकर राजनीतिक दल सरकार और प्रशासन पर निशाना साध रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सीएम को इस्तीफे की नसीहत दे डाली है।
‘घटना को अफवाह बता संत समाज के साथ धोखा हुआ‘
हादसे के बाद आक्रोशित स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री ने झूठ बोला है। उन्होंने कहा, हमारे साथ धोखा हुआ है। सरकार द्वारा कहा गया कि कोई मौत नहीं हुई है। हिन्दू धर्म में नियम है, जब कोई मर जाता है, विशेष कर इस प्रकार की घटनाओं में तो कोई भोजन नहीं करता है। हम एक दिन उपवास नहीं कर सकते थे मृतकों के लिए। घटना को अफवाह बता संत समाज के साथ धोखा हुआ है।’
शंकराचार्य ने योगी आदित्यनाथ को लगाई फटकार…
योगी आदित्यनाथ ने संतों को धोखा दिया…
योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा दे देना चाहिए…
शंकराचार्य ने कहा संतों से मुख्यमंत्री ने झूठ बोला है…#MahakumbhStampede #MahaKumbh2025 pic.twitter.com/vt1isExqee
— Amit Yadav (Journalist) (@amityadavbharat) January 30, 2025
शंकराचार्य ने कहा, ‘घटना तो हो गई, लेकिन हमको पीड़ा है कि घटना छिपाई गई। हमारा मुख्यमंत्री झूठा है। ऐसे मुख्यमंत्री को कुंभ पर्व के रहते-रहते इस्तीफा दे देना चाहिए। मुख्यमंत्री बताएं कि जनता से उन्होंने क्यो झूठ बोला, घटना को छिपाया गया। हम मुख्यमंत्री का सोशल मीडिया देख रहे थे। वह मौनी अमावस्या की बधाई दे रहे थे। इसके बाद उन्होंने अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा।’
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, ‘कल का भोजन हमें सदा-सदा के लिए याद रहेगा। हम मृत आत्माओं के लिए उपवास रखना चाहते थे। किसी को कही आने-जाने नहीं दिया जा रहा था। इसलिए हम स्वयं जाकर घटना का पता नहीं कर सकते थे।’
उन्होंने पत्रकारों से यह भी कहा कि उन्हें 58 शवों की जानकारी दी गई। गौतरतलब है कि बुधवार को मौनी अमवास्या पर महाकुम्भ में संगम नोज के पास भगदड़ मच गई थी, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा कम से कम 60 लोग घायल हो गए थे।
