पीएम मोदी ने महाकुम्भ में भगदड़ से हुई मौतों पर जताया दुख, भीड़ छंटने के बाद शुरू होगा अखाड़ों का अमृत स्नान
महाकुम्भ नगर, 29 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के अवसर पर स्नानार्थियों की अत्यधिक भीड़ के बीच मची भगदड़ से हुई मौतों पर दुख जताया है और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की कामना की है। इसी क्रम में पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी लगातार संपर्क बनाए रखा है और पीड़ितों की हरसंभव मदद का निर्देश दिया है।

पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘प्रयागराज महाकुम्भ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है। इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं।’
प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है। इस सिलसिले में मैंने…
— Narendra Modi (@narendramodi) January 29, 2025
भीड़ छंटने के बाद अमृत स्नान के लिए जाएंगे अखाड़े
इस बीच अखाड़ा परिषद ने घोषणा की है कि विभिन्न अखाड़ों के साधु संत भीड़ छंटने के बाद अमृत स्नान के लिए जाएंगे। हालांकि किसी तरह का कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा। सिर्फ कड़ी सुरक्षा के बीच संत ही स्नान करेंगे। इसके पहले अखाड़ा परिषद ने हादसे को देखते हुए अमृत स्नान रद करने का एलान किया था।
संगम नोज के पास मची भगदड़ से हुआ हादसा
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को मध्यारात्रि बाद एक से दो बजे के बीच संगम नोज के पास भगदड़ मच गई। हादसे में लगभग डेढ़ दर्जन स्नानार्थियों की मौत हो गई जबकि कई अन्य लोग जख्मी भी हुए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मौनी अमावस्या पर बड़ी संख्या में लोग स्नान के लिए संगम नोज की ओर बढ़ रहे थे। वे पोल नंबर 11 से 17 के बीच चल रहे थे, तभी अचानक बहुत तेज गति में पीछे से भीड़ का रेला आया और यह हादसा हो गया।

प्रशासन की ओर से मृतकों की संख्या की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं
हालांकि जिल प्रशासन की ओर से मृतकों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन अपुष्ट सूत्रों का कहना है कि सुबह साढ़े सात बजे तक कॉल्विन अस्पताल स्थित मर्चरी में 31 लाशें पहुंचाई जा चुकी थीं। वहीं 200 से अधिक श्रद्धालुओं का उपचार चल रहा है। 40 से अधिक एंबुलेंस के माध्यम से घायलों और मृतकों को केंद्रीय अस्पताल लाया गया। अन्य अस्पतालों में भी घायलों का इलाज चल रहा है।

कॉल्विन अस्पताल स्थित मर्चरी में 31 शव लाए गए?
परिजनों की चीख पुकार से संगम से लेकर महाकुम्भ के केंद्रीय चिकित्सालय तक कोहराम मचा रहा। एंबुलेंस के सायरन पूरी रात गूंजते रहे। बेकाबू भीड़ को बैरिकेडिंग करके रास्ता रोकने के कारण हादसा होना बताया जा रहा है। मौके पर भारी पैमाने पर फोर्स तैनात कर दी गई है। फिलहाल स्नान जारी है।
संगम क्षेत्र से बैरिकेडिंग हटाई गई
वहीं लोगों को संगम क्षेत्र से बाहर निकालने के लिए बैरिकेडिंग हटा दी गई है। हालांकि, अब भी संगम तट पर लोगों का तांता लगा हुआ है। भगदड़ के बाद भी लोग किसी तरह से संगम तट की तरफ जाने की कोशिश में जुटे हुए हैं जबकि साधु-संत लोगों से संगम तट न जाने की अपील कर रहे हैं।

सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से की संगम न आने की अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे के बाद श्रद्धालुओं से संगम न आने की अपील की है। सीएम योगी ने कहा कि मां गंगा के जो जिस घाट के समीप है, वहीं स्नान करें। संगम नोज जाने का प्रयास न करें। स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं। किसी भी घाट पर स्नान किया जा सकता है। योगी ने कहा कि प्रशासन के निर्देश का पालन करें और व्यवस्था बनाने में सहयोग दें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
सभी पूज्य संतों, श्रद्धालुओं, प्रदेश एवं देश वासियों से मेरी अपील है कि अफवाह पर कोई ध्यान न दें, संयम से काम लें, प्रशासन आप सभी की सेवा के लिए तत्परता से कार्य कर रहा है… pic.twitter.com/r3qAkveJoz
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 29, 2025
पीएम ने सीएम से चार बार की फोन पर बात
सीएम योगी ने कहा, ‘कल साढ़े पांच करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुम्भ में स्नान किया था। संगम नोज पर लगातार दबाव बना हुआ है। लेकिन प्रशासन मौके पर मौजूद है। मौजूदा स्थिति को लेकर सुबह से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चार बार बात हुई है। उन्होंने मौजूदा स्थिति को लेकर हालचाल लिया है। गृह मंत्री अमित शाह, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी सीएम से बात की। इसके साथ ही सीएम ने लखनऊ स्थित अपने आवास पर हाईलेवल मीटिंग भी बुलाई। इसमें मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी के साथ ही एडीजी कानून व्यवस्था शामिल रहे।
