लोकसभा में बोले नितिन गडकरी – सही काम न करने वाले ठेकेदारों को बुलडोजर के नीचे डलवा देंगे
नई दिल्ली, 5 दिसम्बर। केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़कों के निर्माण में तेजी व गुणवत्ता का जिक्र करते हुए ठेकेदारों को सख्त लहजे में चेतावनी दी है। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान गुरुवार को गडकरी ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘मैं पहले ही कह चुका हूं कि सही काम नहीं करने वाले ठेकेदार को बुलडोजर के नीचे डलवा दिया जाएगा।’
‘हम पारदर्शी हैं, समयबद्ध हैं, परिणाम देने वाले हैं‘
नितिन गडकरी ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल के पूरक प्रश्न के उत्तर में यह भी कहा कि ठेकेदारों को ‘ठोक-पीटकर’ ठीक कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे विभाग ने 50 लाख करोड़ रुपये के काम किए। हम पारदर्शी हैं, समयबद्ध हैं, परिणाम देने वाले हैं।’
📍नई दिल्ली | लोक सभा
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे में तकनीकी खामियों के संबंध में केंद्रीय मंत्री श्री @nitin_gadkari जी का उत्तर। #QuestionHour #Loksabha #WinterSession2024 pic.twitter.com/MkDSytYeVB
— Office Of Nitin Gadkari (@OfficeOfNG) December 5, 2024
ठेकेदारों को ‘ठोक-पीटकर’ ठीक कर दिया जाएगा
उन्होंने कहा, ‘मैं इसका उल्लेख नहीं करना चाहता था… मैं एक जनसभा में कह चुका हूं कि अगर ठेकेदार ठीक ढंग से काम नहीं करेगा तो उसे बुलडोजर के नीचे डलवा देंगे, याद रखना। इस साल देखो, इनको ठोक-पीटकर ठीक कर दूंगा, हम बिल्कुल समझौता नहीं करेंगे।’
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण में गड़बड़ी, 4 ठेकेदार ब्लैक लिस्टेड होंगे
गडकरी ने सदन को बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण में पाई गईं कमियों के लिए चार ठेकेदारों को जिम्मेदार ठहराया गया है और उनके खिलाफ सख्त काररवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘हमने चार ठेकेदारों को नोटिस जारी की है और उन्हें ब्लैक लिस्ट में डाल देंगे। सख्त काररवाई की जाएगी। संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी काररवाई की जाएगी।’
उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए यह भी कहा कि आईआईटी-खड़गपुर और आईआईटी-गांधीनगर के विशेषज्ञों ने एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया और इसके निर्माण में खामियां पाईं। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश की सबसे लंबी सड़क है और इसका निर्माण सबसे कम समय में हुआ है।
उल्लेखनीय है कि कई बार नितिन गडकरी अधिकारियों को भी चेतावनी दे चुके हैं कि सड़कों के निर्माण में यदि देरी होती है तो इसके जिम्मेदार अफसरों के नाम सार्वजनिक किए जाएंगे। उनका कहना था, ‘यदि हम अच्छे काम के लिए ईनाम देते हैं तो फिर गलत काम पर उन्हें उजागर करना भी जरूरी है।’