झांसी : मेडिकल कॉलेज अग्निकांड में सबूतों से की गई छेड़छाड़, नए स्लिप लगे सिलेंडर मिलने पर मचा हड़कंप
झांसी, 16 नवम्बर। झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार की रात हुए अग्निकांड में सबूतों से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। अस्पताल में नए स्लिप लगे सिलेंडरों के मिलने से हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि जांच के डर से एक्सपायरी सिलेंडरों को बदला गया है, जिसके बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि इस मामले में जिम्मेदारों का कहना है कि आग को बुझाने के लिए वैध सिलेंडरों का ही इस्तेमाल किया गया था।
उल्लेखनीय है कि मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (SNCU) में शुक्रवार की रात भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की झुलसने एवं दम घुटने से मौत हो गई। हादसे के वक्त SNCU में 47 नवजात भर्ती थे, जिनमें 37 को कड़ी मशक्कत के बाद बचाया जा सका। कई बच्चों को तो चाइल्ड वार्ड की खिड़की तोड़कर निकाला गया था। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया था। कई थानों की पुलिस फोर्स के अलावा सेना भी बुलानी पड़ी थी।
बताया जाता है कि नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष में देर रात आग लगने पर जब अग्नि सुरक्षा के लिए एनआईसीयू में रखे अग्निशमन यंत्रों से आग बुझाने का प्रयास किया गया तो वे यंत्र फेल हो गए, जिस कारण सही समय पर आग बुझाई नहीं जा सकी। इस मामले में अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई थी।
परिजनों का आरोप था कि अग्निशमन यंत्र काम ही नहीं कर रहे थे क्योंकि वे काफी पुराने थे और एक्सपायर भी हो चुके थे। सिलेंडरों पर जो स्लिप लगी थी, उस पर 2019 और 2020 लिखा हुआ था, जिनको समय पर रिफिल न कराए जाने की बात सामने आई थी। इसके बाद अब जो सिलेंडर रखे गए हैं, उन पर 2024 व 2025 की स्लिप अंकित है।