मेरी पहचान गेंदबाजी से है और मैं उसी सोच से मैदान पर उतरता हूं, बल्लेबाजी करना मेरे लिए नैसर्गिक है : अश्विन
चेन्नई, 22 सितम्बर। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में में भारत की 280 रनों की धाकड़ जीत के प्रमुख सूत्रधारों में एक अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि वह मैदान पर गेंदबाज की मानसिकता के साथ उतरते हैं और स्वाभाविक रूप से बल्लेबाजी कर सकते हैं।
चेन्नई के 38 वर्षीय क्रिकेटर ने रविवार को मैच के बाद आधिकारिक प्रसारकों से कहा कि वह खेल के दोनों पहलुओं पर पकड़ बनाने के साथ उसे साथ लेकर चलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरी पहचान गेंदबाजी से है, ऐसे में मेरे लिए गेंदबाजी पहले है। बल्लेबाजी करना हालांकि मेरे लिए नैसर्गिक है, पिछले कुछ वर्षों में मैंने अपनी बल्लेबाजी के बारे में काफी सोचा है।’
Ashwin: If it was my Chepauk swansong, what a swansong! https://t.co/z24lS28LAG
— yogesh kumar gupta (@gkyogesh) September 22, 2024
उल्लेखनीय है कि अश्विन ने अपने घरेलू मैदान पर खेले गए इस मैच की पहली पारी में भारत की नाजुक परिस्थितियों से बाहर निकालते हुए न सिर्फ 113 रनों की पारी खेली वरन रवींद्र जडेजा (86) के साथ सातवें विकेट के लिए 199 रनों की साझेदारी कर मजबूत बढ़त के साथ मेजबानों के लिए जीत का आधार तैयार किया और फिर दूसरी पारी में छह विकेट झटक कर टीम की आसान जीत सुनिश्चित की। भारत ने बांग्लादेश को जीत के लिए 515 रन का लक्ष्य देने के बाद 234 रन पर ऑल आउट कर 280 रन की बड़ी जीत दर्ज की।
‘दोनों पहलुओं में पकड़ बनाने के साथ आगे बढ़ाना चाहता हूं‘
अपने हरफनमौला खेल से ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुने गए अश्विन ने कहा, ‘मैं इन दोनों पहलुओं में पकड़ बनाने के अलावा इसे एक साथ आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा हूं। मैं क्या करना चाहता हूं, इसे सोचे बिना मैं जो कर रहा हूं, उसे लेकर अपने खेल का लुत्फ उठा रहा हूं।’
टेस्ट पारी में 37वीं बार पांच विकेट लेकर शेन वॉर्न की बराबरी
टेस्ट मैचों की किसी पारी में 37वीं बार पांच विकेट झटककर महान शेन वार्न की बराबरी करने वाले अश्विन ने कहा, ‘यह (शतकीय पारी) मेरे लिए संघर्ष करने और देर तक समय बिताने का मौका था। मैंने अतीत में अपनी टीम के साथियों को ऐसी परिस्थितियों से निबटते हुई कई बार देखा है। यह काफी विशेष पारी थी।’
‘घरेलू मैदान पर श्रेष्ठ प्रदर्शन का अहसास खास होता है‘
हालांकि यह प्रदर्शन और भी खास था क्योंकि उन्होंने यह प्रदर्शन अपने घरेलू मैदान पर किया। उन्होंने कहा, ‘जब भी मैं चेन्नई में खेलता हूं, यह एक अद्भुत एहसास होता है। मैंने इस मैदान की दर्शक दीर्घा से कई मैच देखे हैं। इस मैदान मे अच्छा करने का अहसास खास होता है।’