केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करने का दिया आश्वासन
नई दिल्ली, 17 अगस्त। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया है। मंत्रालय ने कहा कि स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपाय सुझाने के लिए एक समिति बनाई जाएगी तथा राज्य सरकारों सहित सभी हितधारकों के प्रतिनिधियों को समिति के साथ अपने सुझाव साझा करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
FORDA, IMA व अन्य संगठनों ने रखी अपनी मांगें
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA), इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) और दिल्ली के सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक रेजिडेंट डॉक्टर के खिलाफ हुई घटना के बाद नई दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से मुलाकात की।
मंत्रालय ने बताया कि बातचीत के दौरान एसोसिएशन ने कार्यस्थल पर स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता के बारे में अपनी मांगें रखी हैं। मंत्रालय ने प्रतिनिधियों की मांगों पर गौर करते हुए उन्हें स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया।
सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपाय सुझाने के लिए एक समिति बनाई जाएगी
मंत्रालय द्वारा प्रतिनिधियों को बताया गया कि सरकार स्थिति से अच्छी तरह अवगत है और उनकी मांगों के प्रति संवेदनशील है। एसोसिएशनों द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं को देखते हुए मंत्रालय ने उन्हें स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी संभावित उपायों का सुझाव देने के लिए एक समिति गठित करने का भी आश्वासन दिया।
आंदोलनकारी डॉक्टरों से ड्यूटी फिर शुरू करने का अनुरोध
प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान मंत्रालय ने व्यापक जनहित और डेंगू तथा मलेरिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए आंदोलनकारी डॉक्टरों से अपनी ड्यूटी फिर शुरू करने का अनुरोध किया।