दिल्ली आबकारी नीति केस : कोर्ट ने के. कविता को 15 अप्रैल तक CBI की हिरासत में भेजा
नई दिल्ली, 12 अप्रैल। दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मामले में एक आरोपित भारत राष्ट्र समिति (BRS) नेता के. कविता को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने शुक्रवार को 15 अप्रैल तक केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले दिन में कोर्ट ने कविता से जुड़ी सीबीआई की याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने सीबीआई और कविता के वकील की दलीलें सुनने के बाद आदेश जारी किया।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीबीआई ने बीते दिन के कविता को अपनी हिरासत में लिया था, जो पहले से ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच प्रक्रिया के तहत तिहाड़ जेल में बंद हैं।
सीबीआई ने तेलंगाना के पूर्व सीएम के. चंद्रशेखर राव की बेटी व BRS एमएलसी कविता को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) के साथ धारा 477-ए (खातों में हेराफेरी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 (लोक सेवक को रिश्वत देने के आरोप में संबंधित अपराध) के तहत गिरफ्तार किया थी। एजेंसी ने आज दिन में कविता को कोर्ट में पेश करते हुए पांच दिनों की रिमांड की मांग की थी।
सीबीआई का आरोप – जांच में सहयोग नहीं कर रहीं कविता
सीबीआई ने अदालत को बताया, ‘कविता जांच में सहयोग नहीं कर रही हैं और सवालों का जवाब देने से बच रही हैं। तिहाड़ जेल में जो पूछताछ की गई, उसमें में कविता ने सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया, इसलिए हमें पूछताछ करने के लिए कस्टडी चाहिए। जो गवाह और सुबूत हमारे पास हैं, उनसे कविता का सामना कराना है। इस मामले में और लोग भी शामिल हैं, जिनका हमें पता लगाना है। इसलिए हम उनकी पांच दिन हिरासत की मांग करते हैं।’
कविता ने मौलिक अधिकारों के हनन का सीबीआई पर लगाया आरोप
वहीं, आरोपित कविता के वकील नितेश राणा ने सीबीआई की याचिका का विरोध करते हुए इस गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताया। उन्होंने जांच एजेंसी पर कविता के मौलिक अधिकारों के हनन का भी आरोप लगाया। सीबीआई अधिकारियों ने एक विशेष अदालत से अनुमति लेने के बाद हाल में जेल के अंदर कविता से पूछताछ की थी।
बीआरएस नेता से मामले में सह-आरोपित बुच्ची बाबू के फोन से मिले ह्वाट्सएप चैट और एक भूमि सौदे से संबंधित दस्तावेजों के बारे में पूछताछ की गई थी। आरोप है कि आबकारी नीति में कथित बदलाव के लिए कविता के निर्देशन में साउथ लॉबी की ओर से आम आदमी पार्टी (आप) को रिश्वत के रूप में 100 करोड़ रुपये दिए गए थे।