फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के दूरदर्शन पर प्रसारण को लेकर भड़के शशि थरूर, कहा – ‘सबसे सस्ता और सबसे खराब प्रचार’
तिरुवनंतपुरम, 5 अप्रैल। पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सार्वजनिक सेवा प्रसारक, दूरदर्शन द्वारा फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के प्रसारण के फैसले पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने दूरदर्शन की आलोचना करते हुए आरोप लगाया है कि फिल्म यह दिखाना चाहती है कि केरल ‘किसी प्रकार का पाकिस्तान’ है। उन्होंने फिल्म की स्क्रीनिंग को ‘सबसे सस्ता और सबसे खराब प्रचार’ करार दिया।
उल्लेखनीय है कि सुदीप्तो सेन निर्देशित ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म आज ही दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाली है। थरूर ने बताया कि केरल सामाजिक सद्भाव और सह-अस्तित्व का राज्य है न कि ऐसा राज्य, जो किसी प्रकार का पाकिस्तान है, जिसे यह फिल्म दिखाना चाहती है। पूर्व राजनयिक थरूर ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो यह वाकई शर्मनाक है। जब केरल की कहानी सामने आई, तो सभी ने कहा कि यह असली केरल की कहानी नहीं है।’
“The lies of this film being officially circulated by an official broadcaster is truly disgusting, it’s propaganda at its cheapest and worst…”, says Congress MP @ShashiTharoor on Doordarshan’s decision to broadcast the movie – #TheKeralaStory. pic.twitter.com/thmosqaHFL
— editorji (@editorji) April 5, 2024
तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार मैदान में हैं थरूर
आगामी आम चुनाव में तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार जीत का लक्ष्य लेकर चल रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘एक आधिकारिक प्रसारक द्वारा आधिकारिक तौर पर प्रसारित की जा रही इस फिल्म का झूठ वास्तव में घृणित है, यह सबसे सस्ता और सबसे खराब प्रचार है।’
सीएम विजयन की भी दूरदर्शन से फिल्म का प्रसारण रोकने की अपील
इस बीच, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी फिल्म के प्रसारण के दूरदर्शन के फैसले की निंदा की है और सार्वजनिक प्रसारक से विवादास्पद फिल्म का प्रसारण बंद करने का आग्रह किया है। सीएम ने दावा किया कि यह फिल्म लोकसभा चुनाव 2024 से पहले केवल सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाएगी।
राजनीतिक विवाद में फंस गई थी गत वर्ष रिलीज हुई फिल्म
गौरतलब है कि पिछले वर्ष रिलीज हुई ‘द केरल स्टोरी’ राजनीतिक विवाद में फंस गई थी। मोदी सरकार के कई कैबिनेट सदस्यों सहित दक्षिणपंथी समूहों ने जहां फिल्म की सराहना की थी वहीं विपक्ष ने इसकी आलोचना की थी। चुनाव आयोग के कार्यक्रम के अनुसार, केरल में 26 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान होगा।