आईटी क्षेत्र में भारतीय प्रतिभाएं भारत में नौकरियां लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी, बोले अनुराग ठाकुर
बेंगलुरु, 5 अप्रैल। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पूर्व की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर भ्रष्टाचार और घोटालों में लिप्त रहने का आरोप लगाया और कहा कि केंद्र ने 2047 तक देश को ‘विकसित भारत’ बनाने का लक्ष्य रखा है। केंद्रीय मंत्री ने यहां आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) पेशेवरों को संबोधित करते हुए कहा, ”आईटी का मतलब ‘इंडिया टुमॉरो’ है और भारत के लिए कल का लक्ष्य क्या है? लक्ष्य, 2047 तक देश को ‘विकसित भारत’ बनाने का है।”
ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ”क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि 10 वर्ष पहले हमारे देशवासियों को भ्रष्ट कांग्रेस पार्टी और उसके गठबंधन सहयोगियों के चंगुल से खुद को मुक्त करने के बारे में सोचना भी मुश्किल हो रहा था, जहां एक के बाद एक घोटाले हो रहे थे।”
उन्होंने संप्रग सरकार के दौरान हुए विभिन्न घोटालों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी याददाश्त कमजोर है इसलिए हम कभी-कभी भूल जाते हैं, खासकर 18 से 22 साल की उम्र के वे लोग जो उस वक्त केवल आठ और 10 साल के थे। ठाकुर ने कहा, ”उन्हें 2जी घोटाले या सीडब्ल्यूजी घोटाले के बारे में जानकारी नहीं है। उन्हें अगस्ता वेस्टलैंड, कोयला घोटाले और उस सब के बारे में नहीं पता।”
ठाकुर ने कहा, ”उन्हें यह याद दिलाना हमारा कर्तव्य है कि 2009 से 2014 के बीच इस देश में इतने घोटाले हुए कि 2014 तक ऐसा लग रहा था कि विकास (देश का) स्थिर हो गया था, मंहगाई बढ़ गयी थी और नीतिगत पंगुता देश को बुरी तरह प्रभावित कर रही थी। हम एक विकल्प पर विचार कर रहे थे।”
ठाकुर ने कहा कि देश एक विकल्प तलाश रहा था और उसी दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नरेन्द्र मोदी को नेता के तौर पर पेश किया। भारतीय प्रतिभा को देश का सबसे बड़ा संसाधन करार देते हुए ठाकुर ने कहा, ”हमें उन्हें फिर से कुशल बनाने, उन्हें उन्नत करने की जरूरत है।
कोविड ने हमें सिखाया है कि प्रौद्योगिकी के युग में आप चाहे जो भी सीख लें लेकिन आपको खुद को फिर से कुशल बनाते रहना होगा और इसमें कृत्रिम मेधा (एआई) बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।” उन्होंने कहा कि आईटी के क्षेत्र में भारतीय प्रतिभा देश में अरबों डॉलर और नौकरियां लाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।