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केंद्र सरकार ने बातचीत के लिए किसान संगठनों को भेजा पत्र, चंडीगढ़ में गुरुवार की शाम प्रस्तावित है बैठक   

केंद्र सरकार ने बातचीत के लिए किसान संगठनों को भेजा पत्र, चंडीगढ़ में गुरुवार की शाम प्रस्तावित है बैठक  

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नई दिल्ली, 14 फरवरी। पंजाब और हरियाणा के किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवेश की कई सीमाओं पर लगातार दूसरे दिन सुरक्षा बलों व किसानों के बीच टकराव की स्थिति बनी रही।

इस बीच केंद्र सरकार ने किसान नेताओं से बातचीत के लिए एक पत्र भेजा है। किसान यूनियन ने कहा, ‘हमें केंद्र से पत्र मिला है। चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में गुरुवार शाम पांच बजे बैठक होगी। तब तक हम नेताओं और हमारे युवाओं से अनुरोध करते हैं कि हम सहयोग करेंगे और कोई अप्रिय कदम नहीं उठाया जाना चाहिए।’ किसान यूनियन ने यह भी कहा, ‘हमें दुश्मन के तौर पर देखा गया है। वे हमें ले जा रहे हैं और दूसरी ओर हमारे अकाउंट्स को निलंबित कर रहे हैं और सरवन सिंह पंढेर को देशद्रोही घोषित कर रहे हैं।’

 

हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर बिगड़े हुए हैं हालात

फिलहाल आंदोलनकारियों पर हरियाणा पुलिस की ओर से लगातार ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं। इसे लेकर किसान नेताओं विरोध जताया है। हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर हालात बिगड़े हुए हैं। एक ओर जवान तो दूसरी ओर किसान खड़े हुए हैं। हालांकि वरिष्ठ किसानों ने युवाओं से संयम बरतने और आंसू गैस के गोले का जवाब न देने की अपील की है क्योंकि आगे का रास्ता तय करने के लिए बैठक चल रही है।

पतंगें उड़ाकर ड्रोन गिरा रहे आंदोलनरत किसान

दिलचस्प तथ्य यह है कि आंदोलनकारियों पर अश्रु गैस के गोले दागने के लिए पुलिस के जवान जिन ड्रोन का ड्रोन सहारा ले रहे हैं, उन्हें गिराने के लिए किसानों ने अनोखा तरीखा खोज निकाला है। दरअसल, किसान शंभू बॉर्डर पर पतंगें उड़ रहे हैं। किसानों का कहना है कि वे इसलिए पतंग उड़ा रहे हैं कि ड्रोन धागे में फंस जाएगा तो वे गिर जाएंगे। इसलिए वे पतंगबाजी का सहारा ले रहे हैं।

पंढेर बोले – पुलिस काररवाई से लग रहा कि सरकार हमले बात नहीं करना चाहती

वहीं, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, ‘केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की ओर से वार्ता का हमें पता लगा है। हमने अपने दोनों किसान नेताओं से बात करके मैंडेट लिया कि अगर सरकार बात करना चाहती है तो हमें बात करनी चाहिए। लेकिन जिस तरह की पुलिस काररवाई हो रही थी, उससे हमें ऐसा लग रहा था कि केंद्र सरकार हमसे बात नहीं करना चाहती। जिस तरह से हम पर ड्रोन से गोले दागे जा रहे थे। इसी वजह से हम बातचीत को राजी नहीं थे।

पंढेर ने कहा, ‘पंजाब पुलिस के अफसर हमें आगे लेकर गए कि आंसू गैस के गोलों की हो रही बौछार को लेकर हरियाणा सरकार से बातचीत करते हैं, लेकिन उस दौरान किसान नेताओं को टारगेट करते हुए रबर की गोली चलाई गई। इसी वजह से हम कह रहे हैं कि केंद्र सरकार का रवैया ठीक नहीं है।’

‘केंद्र सरकार का रवैया ठीक नहीं, हमें भड़काने का प्रयास कर रही

उन्होंने कहा, ‘जब हम कह रहे हैं कि हम शांति से बैठेंगे, आगे नहीं बढ़ेंगे तो केंद्र सरकार को हम पर शैलिंग नहीं करनी चाहिए। केंद्र सरकार हमें भड़काने का प्रयास कर रही है। अब हम पर शैलिंग और फायरिंग हरियाणा पुलिस नहीं कर रही, बल्कि पैरामिलिट्री फोर्स को लगाया गया है। देश में पैरामिलिट्री फोर्सेज तब लगती है, जब कोई एमरजेंसी के हालात हों। यूपी में जो यूनियन हमें समर्थन दे रही हैं, उन किसानों को गिरफ्तार किया जा रहा है। लेकिन इस तरह के हालात में भी हम वार्ता करना नहीं छोड़ेंगे। हम टकराव नहीं चाहते। हम कल भी शंभू बॉर्डर पर शांतिपूर्वक बैठेंगे।’

पीएम मोदी से अपील – शांतिपूर्वक बैठे किसानों पर पैरामिलिट्री फोर्सेज शैलिंग ना करें

सरवन सिंह पंढेर ने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री से निवेदन करते हैं कि जब किसान शांतिपूर्वक बैठे हों तो उन पर पैरामिलिट्री फोर्सेज शैलिंग ना करें। जब तक मीटिंग नहीं होगी और उसमें कोई बात निकल कर सामने नहीं आएगी, हम आगे नहीं बैठेंगे। शंभू बॉर्डर पर ही बैठकर हमारे किसान इंतजार करेंगे। दिल्ली जाना हमारे लिए कोई प्रतिष्ठा का सवाल नहीं है। मीटिंग में अगर हमारी मांगों पर सकारात्मक रवैया रहेगा तो ही हम आगे आगे की रणनीति बनाएंगे।’

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