‘निमंत्रण पत्र’ नहीं है अयोध्या में प्रवेश की गारंटी, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में स्पेशल Pass के जरिए होगी एंट्री
अयोध्या, 20 जनवरी। अयोध्या स्थित राम मंदिर में सोमवार (22 जनवरी) को प्रस्तावित रामलला के विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा है कि इस समारोह में केवल उन लोगों को ही प्रवेश मिल सकेगा, जिनके पास एंट्री पास होगा। इसके लिए अब एक नई व्यवस्था बनाई गई है और उसके जरिए ही प्रवेश मिलेगा।
दरअसल ट्रस्ट के अनुसार भगवान श्री रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई प्रवेशिका (एंट्री पास) के माध्यम ही संभव होगा। इसके साथ ही इस पर बने क्यू आर कोड (QR code) के मिलान के बाद ही परिसर के अब एंट्री हो पाएगी।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस बाबत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी आधिकारिक पोस्ट में कहा, ‘केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा। भगवान श्री रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई प्रवेशिका के माध्यम ही संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा। प्रवेशिका पर बने QR code के मिलान के पश्चात ही परिसर के प्रवेश संभव हो पाएगा।’
प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में आमंत्रित महानुभावों के लिए जानकारी:
भगवान श्री रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई प्रवेशिका के माध्यम ही संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा।… pic.twitter.com/3BkCpbJIbM
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 19, 2024
उल्लेखनीय है इन दिनों पूरे देश और रामनगरी अयोध्या में प्रभु श्रीराम के नाम की धुन है। इसी क्रम में शुक्रवार को रामलला का मूर्ति राम मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान हो चुकी है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के लिए चल रही तैयारियों की स्वयं निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बीते 11 दिनों में तीसरी बार शुक्रवार को अयोध्या का दौरा किया और हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चना की। सीएम योगी ने इसके साथ ही जगद्गुरु रामभद्राचार्य से भी एक मुलाकात की थी और प्रेस को भी संबोधित किया था।