किडनी ट्रांसप्लांट के बाद राजद प्रमुख लालू यादव पटना लौटे, समर्थकों में खुशी की लहर
पटना, 28 अप्रैल। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव किडनी ट्रांसप्लांट के बाद शुक्रवार को पटना लौट आए। पटना हवाईअड्डे पर छोटे बेटे व बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ उतरे लालू यादव की एक झलक मिलते ही उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
पटना एयरपोर्ट पर लालू यादव के बड़े बेटे और राज्य सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव भी मौजूद रहे। साथ ही कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ पहुंची थी। समर्थक लालू जिंदाबाद के नारे लगाते रहे, वहीं लालू यादव ने भी हाथ हिलाकर समर्थकों का अभिवादन स्वीकार किया।
लालू यादव के आने की खुशी में पूरे पटना में जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं। राजद कार्यालय के बाहर और राबड़ी आवास को भी पोस्टरों से सजा दिया गया है। पटना एयरपोर्ट और राबड़ी आवास पर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस ने बैरिकेडिंग की थी।
पटना में महागठबंधन की समन्वय संबंधी संभावित रणनीतिक बैठक में भाग लेंगे
बताया जा रहा है कि लालू यादव पटना में महागठबंधन की समन्वय संबंधी संभावित रणनीतिक बैठक में भाग लेंगे। इस दौरान उनसे राजद की नवगठित प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व जिला अध्यक्ष मुलाकात करेंगे। वहीं अभी पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बिहार का सियासी पारा चढ़ा हुआ। ऐसे में लालू यादव के बयानों पर सबकी नजर रहेंगी। कुल मिलाकर देखें तो लालू प्रसाद यादव के आगमन को लेकर बिहार का सियासी पारा काफी तेज हो गया है।
अगले सप्ताह दिल्ली लौट जाएंगे, रूटीन चेकअप के लिए सिंगापुर भी जाना है
हालांकि बताया जा रहा है कि लालू यादव बिहार आने के बावजूद अधिक दिनों तक यहां नहीं रहेंगे बल्कि मई के पहले सप्ताह में वह वापस दिल्ली जाएंगे और वहां से वह रूटीन चेकअप के लिए सिंगापुर रवाना होंगे। राजद सूत्रों का यह भी कहना है कि लालू प्रसाद यादव पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई बड़े नेताओं से मुलाकात करेंगे और 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करेंगे।
वैसे पटना प्रवास के दौरान लालू यादव अपनी सेहत को देखते हुए सीमित लोगों से ही मुलाकात करेंगे। वहीं सियासी गलियारे में लालू यादव के बिहार वापसी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विपक्षी एकता की पहल के तौर पर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि जल्द ही बिहार में देशभर के विरोधी नेताओं की एक बैठक हो सकती है। इसमें लालू यादव की भूमिका अहम मानी जा रही है।