पंजाब में इंटरनेट व एसएमएस सेवाओं पर प्रतिबंध 23 मार्च तक बढ़ा, 2.7 करोड़ लोग प्रभावित
चंडीगढ़, 21 मार्च। पंजाब में कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह की खोज के बीच इंटरनेट व एसएमएस सेवाओं पर प्रतिबंध 23 मार्च तक बढ़ा दिया गया है। मंगलवार सुबह राज्य सरकार की ओर से जारी एक ताजा बयान में यह जानकारी दी गई है। बयान में कहा गया है कि पूरे राज्य में अब गुरुवार तक इंटरनेट सेवाएं और एसएमएस सेवाएं निलंबित रहेंगी।
सरकार के इस आदेश से राज्य के करीब 2.7 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। तरनतारन, फिरोजपुर, मोगा, संगरूर, सब-डिवीजन जिलों में वॉयस कॉल को छोड़कर सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 23 मार्च तक निलंबित कर दी गई हैं।
सरकार ने पहले आज दोपहर तक प्रतिबंध जारी किया था
पंजाब सरकार ने इसके पहले मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं का निलंबन मंगलवार दोपहर तक के लिए बढ़ाया था जबकि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश तीसरे दिन भी जारी रही। राज्य के अधिकारियों ने शनिवार को राज्य में इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को रविवार दोपहर तक के लिए निलंबित कर दिया था। बाद में, प्रतिबंधों को सोमवार दोपहर तक बढ़ा दिया गया था।
गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि ब्रॉडबैंड सेवाओं को निलंबित नहीं किया जा रहा है ताकि बैंकिंग सुविधाएं, अस्पताल सेवाएं और अन्य आवश्यक सेवाएं बाधित न हों।
खालिस्तानी उग्रवाद पर पंजाब सरकार की काररवाई
अधिकारियों ने कहा कि पंजाब सरकार ने शनिवार को अमृतपाल के खिलाफ एक बड़ी काररवाई शुरू की थी, जिसमें पुलिस ने उसके नेतृत्व वाले संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। पंजाब और हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खालिस्तान प्रचारक को पकड़ने के लिए पुलिस ने पूरा जोर लगा दिया है। पुलिस ने शनिवार को अमृतपाल की अध्यक्षता वाले ‘वारिस पंजाब दे’ समूह के सदस्यों के खिलाफ राज्य में “व्यापक राज्यव्यापी घेरा और तलाशी अभियान (CASO)” शुरू किया, जिसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
उधर, खालिस्तान समर्थकों द्वारा लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग और सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ के बाद भारत में समर्थकों के ट्विटर खाते पर रोक लगा दी गई है। कनाडाई सांसद जगमीत सिंह के खाते को भी ब्लॉक कर दिया गया है क्योंकि वह भारत-विरोधी टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं।
अमृतपाल सिंह को आगे बढ़ाने में आईएसआई का हाथ
अधिकारियों ने कहा कि खालिस्तान समर्थक तत्वों के इन सभी कृत्यों का षड्यंत्र विभिन्न देशों में सक्रिय आईएसआई एजेंटों द्वारा रचा गया। अधिकारियों ने कहा कि कट्टरपंथी उपदेशक एवं खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को आगे बढ़ाने में आईएसआई का हाथ है। पिछले सप्ताह ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बन में भारत के मानद वाणिज्य दूतावास के पास खालिस्तान समर्थक अनधिकृत रूप से एकत्र हुए और उन्होंने कार्यालय में प्रवेश को अवरुद्ध कर दिया, जिसके कारण दूतावास को सुरक्षा कारणों से बुधवार को बंद करना पड़ा।